डेस्क:भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शनिवार को इंडसइंड बैंक के निदेशक मंडल से कहा कि वह चालू तिमाही के दौरान बैंक द्वारा घोषित अकाउंटिंग में 2100 करोड़ रुपये की भारी गड़बड़ी के खुलासे के बीच सुधारात्मक कार्रवाई पूरी करे। बैंक ने इसी सप्ताह अकाउंटिंग में गड़बड़ी का खुलासा किया था। इसका बैंक के निवल मूल्य पर 2.35 प्रतिशत असर पड़ने का अनुमान है। इस खुलासे के तुरंत बाद, बैंक के शेयरों की कीमत में भारी गिरावट देखी गई। इंडसइंड बैंक ने पहले ही अपने मौजूदा आरबीआई ने एक बयान में कहा कि तंत्र की व्यापक समीक्षा करने, वास्तविक प्रभाव का आकलन करने और उसका हिसाब लगाने के लिए एक बाहरी ऑडिट टीम को नियुक्त कर लिया है।
रिजर्व बैंक ने कहा- बोर्ड और प्रबंधन को केंद्रीय बैंक द्वारा निर्देश दिया गया है कि वे सभी हितधारकों को आवश्यक खुलासे करने के बाद, जनवरी-मार्च तिमाही के दौरान पूरी तरह से सुधारात्मक कार्रवाई पूरी कर लें। बयान में कहा गया है कि इस समय जमाकर्ताओं को अटकलों पर प्रतिक्रिया देने की कोई आवश्यकता नहीं है।
केंद्रीय रिजर्व बैंक ने ग्राहकों और निवेशकों को आश्वासन दिया कि बैंक की वित्तीय स्थिति स्थिर बनी हुई है और वह इस पर बारीकी से नजर रख रहा है। इंडसइंड बैंक ने बताया कि पिछले साल सितंबर-अक्टूबर के आसपास अकाउंटिंग में चूक की बात सामने आई थी और बैंक ने पिछले हफ्ते आरबीआई को इस बारे में प्रारंभिक जानकारी दी थी। बैंक के अनुसार अंतिम संख्या तब पता चलेगी जब बैंक द्वारा नियुक्त बाहरी एजेंसी अप्रैल की शुरुआत में अपनी रिपोर्ट को अंतिम रूप दे देगी।
आखिरी कारोबारी दिन बैंक के शेयर की बात करें तो 1.84% टूटकर 672.10 रुपये पर बंद हुआ। 12 मार्च 2025 को शेयर 605.40 रुपये के निचले स्तर तक आ गया था। यह शेयर के 52 हफ्ते का लो है।