डेस्क:भारत सरकार ने पाकिस्तान द्वारा बलूचिस्तान ट्रेन हाईजैक में भारत के शामिल होने के आरोपों को सख्त शब्दों में नकारते हुए कहा कि पूरी दुनिया जानती है कि आतंकवाद का केंद्र कहां है। इसके साथ ही पाकिस्तान द्वारा संयुक्त राष्ट्र में जम्मू-कश्मीर मुद्दे को उठाए जाने पर भी भारत ने कड़ा रुख अपनाया और स्पष्ट किया कि जम्मू और कश्मीर हमेशा के लिए भारत का अभिन्न हिस्सा रहेगा।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने पाकिस्तान के आरोपों का जवाब देते हुए कहा, “हम पाकिस्तान द्वारा लगाए गए निराधार आरोपों को दृढ़ता से नकारते हैं। पूरी दुनिया जानती है कि वैश्विक आतंकवाद का केंद्र कहां है। पाकिस्तान को अपनी आंतरिक समस्याओं और विफलताओं का दोष दूसरों पर नहीं मढ़ना चाहिए, बल्कि उसे खुद की स्थिति पर गौर करना चाहिए।”
पाकिस्तान ने पहले भी बलूचिस्तान प्रांत में बड़े आतंकवादी हमलों में भारत की भूमिका का आरोप लगाया है। पाकिस्तान की सेना के इंटर-सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल अहमद शरीफ चौधरी ने कहा, “हमें यह समझना चाहिए कि बलूचिस्तान में इस आतंकवादी घटना और इससे पहले की घटनाओं का मुख्य प्रायोजक पूर्वी पड़ोसी (भारत) है।” पाकिस्तान ने बलूच लिबरेशन आर्मी पर जाफर एक्सप्रेस ट्रेन पर हमले का आरोप लगाया था, जिसमें 26 यात्री और सुरक्षा अधिकारी मारे गए थे।
इसके अलावा न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र में पीओके को लेकर दिए गए असंगत बयान पर भी भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की। भारत के स्थायी प्रतिनिधि ने कहा, “पाकिस्तान के पूर्व विदेश सचिव ने जम्मू और कश्मीर का बिना कारण संदर्भ दिया। यह पूरी तरह से गलत है।” उन्होंने कहा, “पाकिस्तान का यह रवैया न तो उनके दावे को सही ठहरा सकता है और न ही इस देश की सीमा पार आतंकवाद के कृत्य को उचित ठहरा सकता है।”
हरीश ने आगे कहा, “पाकिस्तान का कट्टरपंथी मानसिकता और उसका नफरत भरा इतिहास सबके सामने है। ऐसे प्रयास कभी भी इस सच्चाई को नहीं बदल सकते कि जम्मू और कश्मीर हमेशा भारत का हिस्सा था, है और रहेगा।”