डेस्क:भारत का निर्यात फरवरी 2024 में 3.02 अरब अमेरिकी डॉलर घटकर 71.95 अरब डॉलर रहा, जबकि जनवरी 2024 में यह 74.97 अरब डॉलर था। हालांकि, सालाना आधार पर फरवरी 2024 में निर्यात में 2.21 बिलियन डॉलर का इजाफा हुआ, जो फरवरी 2023 में 69.74 अरब डॉलर था।
वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक, फरवरी में भारत का व्यापार घाटा 4.43 अरब डॉलर रहा, जबकि पिछले वर्ष की समान अवधि में यह 6.41 अरब डॉलर था। हालांकि, जनवरी 2024 में यह अंतर 2.67 अरब डॉलर था, जो फरवरी में बढ़कर 4.43 अरब डॉलर हो गया।
सर्विस सेक्टर में बढ़ोतरी
सर्विस सेक्टर में फरवरी में अच्छी तेजी देखने को मिली है। सर्विस सेक्टर का निर्यात फरवरी 2024 में 28.33 अरब डॉलर से बढ़कर 35.03 अरब डॉलर हो गया। इस दौरान सर्विस सेक्टर के आयात में भी हल्का इजाफा हुआ, जो पिछले साल की तुलना में बढ़कर 16.55 अरब डॉलर हो गया।
वस्त्र और इलेक्ट्रॉनिक्स का निर्यात बढ़ा
निर्यात में इलेक्ट्रॉनिक्स, रेडीमेट कपड़े, टैक्सटाइल, समुद्री उत्पाद और कॉफी की मांग में भी बढ़ोतरी देखी गई। खासकर यूरोप में बेल्जियम समेत अन्य देशों में कॉफी की मांग में वृद्धि हुई है।
2024-25 के वित्तीय वर्ष में इंजीनियरिंग प्रोडक्ट्स का निर्यात प्रमुख
वर्तमान वित्तीय वर्ष 2024-25 में इंजीनियरिंग प्रोडक्ट्स निर्यात के मामले में पहले स्थान पर हैं। इसके बाद पेट्रोलियम और इलेक्ट्रॉनिक उत्पादों का नंबर आता है। आयात में पेट्रोलियम और कच्चे तेल की मांग सबसे ज्यादा रही, इसके बाद इलेक्ट्रॉनिक्स, सोना, मशीनरी और इलेक्ट्रिक उत्पादों का नंबर है।
टॉप 5 निर्यात उत्पाद (अप्रैल-फरवरी 2024-2025)
- इंजीनियरिंग गुड्स: 105.85 अरब डॉलर (2025), 98.03 अरब डॉलर (2024)
- पेट्रोलियम: 58.62 अरब डॉलर (2025), 78.74 अरब डॉलर (2024)
- इलेक्ट्रॉनिक्स: 34.02 अरब डॉलर (2025), 25.60 अरब डॉलर (2024)
- जेम्स और ज्वेलरी: 26.92 अरब डॉलर (2025), 30.09 अरब डॉलर (2024)
- ड्रग्स और फार्मास्यूटिकल्स: 26.79 अरब डॉलर (2025), 25.05 अरब डॉलर (2024)
टॉप 5 आयात उत्पाद (अप्रैल-फरवरी 2024-2025)
- पेट्रोलियम और कच्चा तेल: 166.73 अरब डॉलर (2025), 162.39 अरब डॉलर (2024)
- इलेक्ट्रॉनिक्स उत्पाद: 89.30 अरब डॉलर (2025), 80.32 अरब डॉलर (2024)
- सोना: 53.53 अरब डॉलर (2025), 44.01 अरब डॉलर (2024)
- मशीनरी और इलेक्ट्रिकल: 48.89 अरब डॉलर (2025), 44.72 अरब डॉलर (2024)
- यातायात उपकरण: 30.60 अरब डॉलर (2025), 27.29 अरब डॉलर (2024)
यह आंकड़ा अरब डॉलर में है, और इसके जरिए भारतीय व्यापार के विकास और व्यापार घाटे में बदलाव को दर्शाया गया है।