अक्षय तृतीया, जिसे आखा तीज भी कहा जाता है, हिंदू धर्म में एक अत्यंत शुभ और पुण्यदायक पर्व है। यह पर्व वैशाख शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को मनाया जाता है। मान्यता है कि इस दिन किए गए दान और खरीदारी से प्राप्त फल अक्षय (अर्थात कभी न समाप्त होने वाला) होता है। यही कारण है कि यह दिन शुभ आरंभ, धन-संपत्ति में वृद्धि, और धार्मिक कार्यों के लिए विशेष रूप से उपयुक्त माना जाता है।
इस लेख में हम जानेंगे कि अक्षय तृतीया पर क्या खरीदना चाहिए और क्या दान करना शुभ होता है। अगर आप भी इस दिन का अधिकतम लाभ लेना चाहते हैं, तो यह लेख आपके लिए है।
अक्षय तृतीया पर क्या खरीदें?
1. सोना और चांदी
अक्षय तृतीया पर सोना खरीदने की परंपरा बहुत पुरानी है। मान्यता है कि इस दिन खरीदा गया सोना परिवार में समृद्धि और सौभाग्य लेकर आता है। इसी तरह चांदी भी इस दिन शुभ मानी जाती है, विशेषकर यदि चांदी के सिक्के या बर्तन खरीदे जाएं।
2. तांबे के बर्तन
स्वास्थ्य और ऊर्जा के दृष्टिकोण से तांबे के बर्तन खरीदना शुभ माना गया है। यह वास्तु दोष को भी कम करने में सहायक होते हैं।
3. नए वस्त्र
अक्षय तृतीया पर नए कपड़े खरीदना भी अत्यंत शुभ माना जाता है। इस दिन पीले, लाल या सफेद रंग के वस्त्र विशेष फलदायक होते हैं।
4. घर के उपयोग की वस्तुएं
इस दिन आप बर्तन, इलेक्ट्रॉनिक सामान, किचन अप्लायंसेज, फर्नीचर या वाहन आदि भी खरीद सकते हैं। घर के लिए खरीदी गई वस्तुएं सुख-शांति और लक्ष्मी का वास लाती हैं।
5. वाहन या प्रॉपर्टी बुकिंग
यदि आप नया वाहन खरीदने या भूमि या फ्लैट की बुकिंग करने की योजना बना रहे हैं, तो अक्षय तृतीया एक उत्तम दिन है।
6. पूजा सामग्री
शंख, घंटी, दीपक, कलश, पूजा थाली आदि धार्मिक वस्तुओं की खरीद इस दिन पुण्य फल देती है।
अक्षय तृतीया पर क्या दान करें?
दान का विशेष महत्व है और अक्षय तृतीया पर किया गया दान सात जन्मों तक फल देने वाला माना गया है। यहां जानिए किन चीज़ों का दान करना शुभ होता है:
1. जल से भरे घड़े (सूर्य कुंभ)
गर्मियों के मौसम को देखते हुए तांबे, पीतल या मिट्टी के घड़े में जल भरकर दान करना विशेष पुण्यकारी होता है।
2. सात प्रकार के अनाज (सप्तधान्य)
चावल, गेहूं, चना, मूंग, मसूर, जौ और उड़द का मिश्रित रूप में दान करना स्वास्थ्य और समृद्धि को बढ़ाता है।
3. छाता, चप्पल और वस्त्र
गर्मियों में गरीबों को छाता, चप्पल और कपड़े देना अत्यंत पुण्यदायक है। इससे न केवल उन्हें राहत मिलती है, बल्कि दानकर्ता को भी मानसिक संतोष प्राप्त होता है।
4. शक्कर, सत्तू और मिश्री
गर्मी में ठंडक देने वाली चीज़ों जैसे सत्तू, शक्कर, मिश्री और गुड़ का दान विशेष रूप से लाभकारी होता है।
5. धूप-दीप और घी
धार्मिक कार्यों में प्रयुक्त सामग्री जैसे घी, धूपबत्ती, कपूर, रुई आदि का दान मंदिरों या ब्राह्मणों को देना शुभ माना जाता है।
6. फल और पेय पदार्थ
नींबू पानी, बेल का शरबत, आम पन्ना, फल आदि का दान राहगीरों या गरीबों को करना सेवा और मानवता की मिसाल है।
अक्षय तृतीया पर पूजन विधि संक्षेप में
- ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करें।
- स्वच्छ वस्त्र धारण करें और घर में गंगाजल छिड़कें।
- भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी की पूजा करें।
- पीली वस्तुएं जैसे हल्दी, केसर, चने की दाल, फूल आदि अर्पित करें।
- दीपक जलाकर आरती करें और मिठाई या पंचामृत का भोग लगाएं।
- पूजा के बाद ज़रूरतमंदों को भोजन, जल या वस्त्र दान करें।
अक्षय तृतीया एक ऐसा पर्व है जिसमें हम धन, धर्म और पुण्य तीनों का संतुलन बना सकते हैं। इस दिन की गई खरीदारी से धन-धान्य में वृद्धि होती है और किया गया दान पापों का शमन करता है। यदि आप इस लिस्ट के अनुसार आचरण करें, तो यह अक्षय तृतीया आपके जीवन में सुख, शांति और समृद्धि का आगमन निश्चित करेगा।
आप सभी को अक्षय तृतीया की हार्दिक शुभकामनाएं!
“अक्षय पुण्य, अक्षय समृद्धि और अक्षय आनंद आपके जीवन में बना रहे।”