कोलकाता:भाजपा नेता और फिल्म अभिनेता मिथुन चक्रवर्ती के बयान ने पश्चिम बंगाल की राजनीति को और गर्म कर दिया है। ममता सरकार में कद्दावर नेता पार्थ चटर्जी इस वक्त शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में गिरफ्तार हैं। इस बीच ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार को फटकार लगाते हुए कहा कि केंद्रीय एजेंसियों की मदद से बंगाल को तोड़ना आसान नहीं है। उन्होंने कहा कि लोकतांत्रित तरीके से चुनी जाने वाली सरकारों को गिराने के अलावा भाजपा का काम और कुछ नहीं है।
दरअसल, भाजपा नेता मिथुन चक्रवर्ती ने मीडिया में आकर दावा किया कि इस वक्त टीएमसी के 39 विधायक पार्टी के संपर्क में है। जबकि 21 विधायक तो सीधे तौर उनके संपर्क में हैं। मिथुन चक्रवर्ती के बयान से पश्चिम बंगाल की राजनीति में नया भूचाल आ गया है। इस बीच ममता बनर्जी ने बयान दिया और यह कहकर केंद्र की भाजपा सरकार को फटकार लगाई कि केंद्र में सत्ताधारी दल का उद्देश्य लोकतांत्रिक रूप से चुनी गई राज्य सरकारों को गिराना है।
उन्होंने कहा, “उनके (भाजपा) के पास कोई काम नहीं है, उनका काम तीन-चार एजेंसियों के माध्यम से राज्य सरकारों को अपने कब्जे में लेना है। उन्होंने महाराष्ट्र, अब झारखंड पर कब्जा कर लिया है, लेकिन बंगाल ने उन्हें हरा दिया। बंगाल को तोड़ना आसान नहीं है क्योंकि आपको रॉयल बंगाल टाइगर से लड़ना है।”
2024 में नहीं लौटेगी भाजपा
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने दावा किया कि भाजपा 2024 के आम चुनावों के बाद सत्ता में नहीं लौटेगी। उन्होंने कहा, “मेरा मानना है कि भाजपा 2024 में (सत्ता में) नहीं आएगी। भारत में बेरोजगारी 40 फीसदी बढ़ रही है लेकिन बंगाल में इसमें 45 फीसदी की कमी आई है।”
मीडिया ट्रायल पर सवाल
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि बंगाल की छवि खराब करने के लिए ‘मीडिया ट्रायल’ चल रहा है। “आज मीडिया ट्रायल चल रहा है और वे लोगों को आरोपी कह रहे हैं। वे सिर्फ बंगाल की खराब छवि बनाना चाहते हैं।”