पटना:कोरोनाकाल में फर्जी सर्टिफिकेट से दसवीं में दाखिले लेने का खुलासा हुआ है। इस मामले में बिहार समेत 6 राज्यों के 92 शिक्षण संस्थानों के खिलाफ हरियाणा में मामला दर्ज किया गया है। जांच के घेरे में आए बिहार बोर्ड ऑफ ओपन स्कूलिंग एग्जामिनेशन, पटना के 4 छात्रों पर फर्जी सर्टिफिकेट से दसवीं में दाखिले का आरोप है।
वहीं, हरियाणा में कुल 129 छात्रों ने 10वीं के फर्जी प्रमाणपत्र पर दाखिला लेकर 12वीं बोर्ड परीक्षा उतीर्ण की। 129 छात्रों में से फरीदाबाद के 13 छात्र हैं। मामले का खुलासा होने के बाद सभी के खिलाफ सेक्टर-17 थाना में शनिवार को एफआईआर दर्ज कराई कराई गई है। एफआईआर में फर्जी सर्टिफिकेट तैयार कर देने वाले छह राज्यों के 92 शिक्षण संस्थानों के नाम भी हैं। सेक्टर-17 थाना और आर्थिक अपराध शाखा की पुलिस मामले की जांच कर रही है। आर्थिक अपराध शाखा के इंस्पेक्टर और जांच अधिकारी अनिल ने बताया कि हरियाणा शिक्षा बोर्ड की ओर से इस मामले में पुलिस मुख्यालय में शिकायत दी गई।
उन्होंने बताया कि मुख्यालय के आदेश पर 92 शिक्षण संस्थान और करीब 129 छात्रों के खिलाफ धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है।
कहते हैं पदाधिकारी
हमारा संस्थान फर्जी नहीं। अभी तो फर्जी प्रमाण पत्र आसानी से बन जाता है। ऐसे में अगर छात्रों का प्रमाण पत्र वेरिफिकेशन को आएगा तो उसे जरूर से देखा जायेगा। ऐसे छात्र का प्रमाण पत्र बीबोस भी रद्द करेगा।
-बिल्किस जहां, एकेडमिक हेड , बिहार बोर्ड ऑफ ओपन स्कूलिंग एग्जामिनेशन बोर्ड