रोहतक:खोखराकोट इलाके में भारी हंगामे के बीच पुलिस ने एक ड्रग तस्कर के घर पर बुलडोजर चला दिया। तस्कर ने आरोप लगाया कि पुलिस के कुछ अधिकारियों ने घर ना तोड़ने की एवज में उससे 10 लाख रुपए की घूस ली थी। इसके बावजूद घर तोड़ दिया गया। घर तोड़े जाने का विरोध करते हुए तस्कर के परिवार की महिलाएं और बच्चे फूट-फूट कर रो रहे थे। लेकिन तोड़फोड़ करने वाले दस्ते, जिसके साथ पुलिस फोर्स भी थी ने ऑपरेशन को अंजाम दिया।
ड्रग तस्कर का नाम जोगेंद्र है। उसने कहा, ‘हाल ही में मेरे घर पर डिमॉलिशन (तोड़ना) का नोटिस चिपकाया गया था। पांच दिन पहले, कुछ पुलिस अधिकारी मुझसे मिलने आए और कहा कि अगर मैंने उन्हें 10 लाख रुपये दे दिए तो मेरा घर नहीं तोड़ा जाएगा। हमने उन्हें उक्त राशि दी। हालांकि, फिर भी हमारा घर गिराया जा रहा है।’ तस्कर ने आरोप लगाया कि सीआईए-आई विंग और पुलिस के नारकोटिक्स सेल के कुछ अधिकारी उसे ड्रग्स बेचने के लिए मजबूर कर रहे थे और हर महीने प्रोटेक्शन राशि भी वसूलते थे।
यह पूछे जाने पर कि क्या वह या उसके परिवार के सदस्य ड्रग्स की तस्करी करते हैं, इसपर जोगेंद्र ने कहा, ‘मैं और मेरी मां पहले ड्रग्स की तस्करी करते थे, लेकिन हम पिछले छह-सात महीने से इससे दूर रह हैं।’ पुलिस अधीक्षक उदय सिंह मीणा ने रिश्वत के मामले पर कहा कि मामले की जांच और उचित कार्रवाई की जाएगी, बशर्ते शिकायतकर्ता आगे आए और औपचारिक शिकायत दर्ज कराई।
रोहतक एसपी मीणाने कहा, ‘उसने मीडिया के सामने ही पुलिस अधिकारियों पर आरोप लगाए हैं। हमने उनसे संपर्क किया है और मामले के संबंध में हमें अवगत कराने के लिए फोन किया। जब भी वह आएंगे और शिकायत दर्ज करेंगे, हम इसकी जांच कराएंगे और उचित कार्रवाई करेंगे।’