कार्यवाहक मेयर शील धाबाई रोने लगी
जयपुर नगर निगम ग्रेटर में मेयर पद के चुनाव के लिए नामांकन भरने की 4 नवंबर शुक्रवार को आखिरी तारीख है। दोनों ही दलों ने अपने-अपने मेयर प्रत्याशी के लिए गुरुवार को देर रात तक मंथन किया। अब भाजपा की तरफ से कार्यवाहक मेयर शील धाबाई की जगह मेयर प्रत्याशी के रूप में सुखप्रीत बंसल का नाम लगभग तय हो जाने के बाद भाजपा में विवाद पैदा होने की संभावना बन गई है। सुखप्रीत बंसल उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ की पसंद की वजह रेस से बाहर हो गए। वसुंधरा कैंप ने विरोध किया। इसके बाद रश्मि सैनी को प्रत्याशी बनाया गया। वसुंधरा कैंप की मानी जाती है।
कांग्रेस की हेमा सिंघानिया ने दाखिल किया नामांकन
कांग्रेस ने अभी तक स्पष्ट तौर पर यह नहीं कहा है कि उनकी तरफ से हेमा सिंघानिया को नामांकन कराया जाएगा। लेकिन हेमा सिंघानिया कांग्रेस की प्रत्याशी हो सकती हैं।कांग्रेस की गुरुवार को देर शाम तक दो अलग-अलग बैठकें हुई। इसमें सभी ने सर्वसम्मति से हेमा सिंघानिया के नाम पर चर्चा कर सहमति दी है। गुरुवार देर शाम प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर हुई पार्षद दल की बैठक से पहले विधायक और विधायक प्रत्याशियों की बैठक हुई। इसमें कृषि मंत्री लालचंद कटारिया, खाद्य आपूर्ति मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास, समाज कल्याण बोर्ड की अध्यक्ष अर्चना शर्मा, कांग्रेस के प्रदेश सचिव पुष्पेन्द्र भारद्वाज और प् रीको के निदेशक सीताराम अग्रवाल शामिल हुए। उन्होंने भी पार्षदों की रायशुमारी पर नाम फाइनल करने की बात कही। हालांकि, कांग्रेस की तरफ से तीन नामांकन दाखिल किए गए है।
सौम्या गुर्जर को अयोग्य घोषित कर दिया था
उल्लेखनीय है कि राज्य में जयपुर ग्रेटर नगर निगम के महापौर और अजमेर के नसीराबाद नगर पालिका के अध्यक्ष और सिरोही के पिंडवाड़ा नगर पालिका के अध्यक्ष पद का उपचुनाव होना है। तीनों पदों के लिये मतदान 10 नवंबर को सुबह 10 बजे से दो बजे तक होगा। जयपुर ग्रेटर नगर निगम के तत्कालीन आयुक्त यज्ञ मित्र सिंह देव के साथ दुर्व्यवहार और उन्हें आधिकारिक काम से रोकने के मामले में न्यायिक जांच में दोषी ठहराए जाने के बाद जयपुर ग्रेटर नगर निगम की महापौर सौम्या गुर्जर को सितंबर में महापौर के लिये अयोग्य घोषित कर दिया गया था।