भोपाल:मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती एक बार फिर चर्चा का केंद्र बन गई है। उमा भारती ने अपने परिवार के त्याग करने की घोषणा कर दी है। उन्होंने बताया कि अब उनका अपने परिवार से कोई नाता नहीं है। अभी तक लोग उन्हें दीदी कहते थे, लेकिन अब वह सारे विश्व समुदाय की दीदी मां कहलाएगी। अबसे सारा संसार ही उनका परिवार होगा।
जानकारी के अनुसार उमा भारती को संन्यास लिए हुए 30 साल से भी ज्यादा का वक्त हो गया है। लेकिन उनका परिवार से संबंध बना रहा था। उनके संन्यास के बाद से ही सभी उन्हें दीदी बुलाते थे। लेकिन अब सभी उन्हें दीदी मां कहेंगे। उन्होंने ट्वीट कर बताया कि वह 17 नवंबर को सागर में सार्वजनिक तौर मुनिजनों के सामने माइक से घोषणा करके परिवार से पूरी तरह से मुक्त हो जाऊंगी।
उन्होंने बताया कि वह 8 दिसंबर को अमरकंटक पहुंचेगी। क्योंकि अमरकंटक में उन्होंने 17 नवंबर 1992 को संन्यास की घोषणा की थी। बताया जा रहा है कि उमा भारती ने कर्नाटक के कृष्ण भक्ति संप्रदाय के उड़पी कृष्ण मठ के पेजावर मठ के मठाधीश से दीक्षा ली थी।
उमा भारती का परिवार काफी बड़ा है और कई सदस्य राजनीति में भी एक्टिव है। वर्तमान में उमा भारती के भतीजे राहुल सिंह लोधी भाजपा से विधायक हैं। वहीं उमा भारती के एक बडे़ स्वामी प्रसाद लोधी भी विधायक रह चुके हैं। उमा भारती का परिवार राजधानी भोपाल और टीकमगढ़ जिले में रहता है।
बता दें कि मध्य प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती टीकमगढ़ जिले से आती है, उनका जन्म लोधी राजपूत परिवार में हुआ था। उमा भर्ती राजनीति में एक तेज-तर्रार महिला नेता के रूप में जानी जाती हैं। उमा हिन्दू महाकाव्यों के विषय के बारे में काफी अच्छी जानकारी रखती हैं। राजनीति के अलावा उनकी पहचान एक साध्वी के रूप में होती है।