रथयात्रा की तैयारी जल्द शुरू हो गई है क्योंकि कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा जल्द ही एमपी में एंट्री करने जा रही है। भारत जोड़ो यात्रा प्रदेश ।के 13 दिन रहेगी और इस दौरान वह विभिन्न विधानसभाओं और लोकसभा सीटों से होकर गुजरेगी। लेकिन भाजपा इस रथयात्रा को आदिवासी बहुल इलाकों में निकालने की योजना बना रहीं है।
राजनीतिक गुरुओं की माने तो भाजपा ने आगामी चुनाव में जयस के प्रभाव को कम करने के लिए अपनी पार्टी के आदिवासी नेताओं को जिम्मेदारी सौंपी है। क्योंकि जयस ने 2023 के विधानसभा चुनाव में 80 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवारों को उतारने की घोषणा कर चुकी है।
मध्य प्रदेश विधानसभा की 230 विधानसभा सीटों में से 47 सीटें आदिवासी वर्ग के लिए आरक्षित हैं। इसके साथ ही 80 से ज्यादा विधानसभा सीटों पर आदिवासियों का बड़ा प्रभाव है। और कारण है कि मध्य प्रदेश में आदिवासी वोटबैंक का समर्थन काफी जरूरी माना जाता है।