पश्चिम चंपारण : बगहा-2 प्रखंड की बांसगांव मंझरिया पंचायत के मुखिया ब्रजेश राम को शुक्रवार को निगरानी की टीम ने 15 हजार रुपये घूस लेते रंगेहाथों गिरफ्तार किया। मुखिया वार्ड की योजनाओं को अपलोड करने व कार्य का आवंटन करने के नाम पर वार्ड सदस्यों से पांच-पांच हजार रुपये की मांग की थी। वार्ड सदस्यों ने निगरानी में शिकायत दर्ज कराई थी।
निगरानी टीम इंस्पेक्टर मणिकांत ने बताया कि वार्ड सदस्यों की शिकायत पर मामले का सत्यापन किया गया। मामला सही निकलने पर कार्रवाई की गई। टीम मुखिया को अपने साथ पटना ले गई। निगरानी इंस्पेक्टर ने बताया कि मुखिया ब्रजेश राम ने मुख्यमंत्री की महत्वाकांक्षी योजनाओं को पोर्टल पर अपलोड व उन्हें कार्य का आवंटन करने के एवज में रिश्वत मांगी थी। वार्ड सदस्यों की शिकायत पर आरोपी मुखिया को जाल बिछाकर दबोचा गया। पंचायत भवन में मुखिया वार्ड सदस्यों से रुपये ले रहा था। इसी दौरान निगरानी की टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया। मुखिया पर कार्रवाई से जनप्रतिनिधियों में हड़कंप मच गया है।
अनुमंडल में निगरानी का 16वां शिकार बना मुखिया
बगहा-1 की बांसगांव मझंरिया पंचायत का मुखिया ब्रजेश राम अनुमंडल में निगरानी का 16वां शिकार बना। इससे पूर्व निगरानी की टीम ने बगहा अनुमंडल क्षेत्र से 15 घूसखोर अधिकारी-कर्मी व एक मुखिया को गिरफ्तार कर चुकी है। बीते आठ जून 2020 को निगरानी की टीम ने मुखिया नरसिंह बैठा व मुखिया प्रतिनिधि धर्मेंद्र चौहान को पिपरासी प्रखंड से गिरप्फ्तार किया था। निगरानी ने सबसे अधिक गिरफ्तारी रामनगर प्रखंड क्षेत्र से की है।
निगरानी की टीम ने घूसखोरी मामले में 2007 में रामनगर प्रखंड आपूर्ति पदाधिकारी मदन रजक, 2011 में बीडीओ जवाहर लाल सिंह, 2013 में बीडीओ ललन कुमार साह, 2014 में आंगनबाड़ी पर्यवेक्षिका आशा कुमारी, 2017 में आरडब्ल्यूडी के सहायक अभियंता संतोष कुमार वर्मा, 2017 में तत्कालीन राजस्व कर्मचारी जगई राम, 2019 में बीईओ विजय कुमार वर्मा, 2021 में नप के पूर्व कार्यपालक पदाधिकारी जितेन्द्र कुमार सिन्हा (निगरानी घेरा से भाग निकले) को गिरफ्तार किया है।
वहीं गंडक पार भितहा प्रखंड में उतर बिहार ग्रामीण बैंक के शाखा प्रबंधक दीनबंधु राम को वर्ष 2010, 2013 में सीडीपीओ संध्या कुमारी और 2014 में सीओ चांद बिहारी शरण निगरानी के हत्थे चढ़ चुके हैं। बीते 18 अगस्त 2011 मधुबनी सीओ तरुण सिंह, 28 दिसंबर 2014 बीईओ नागेंद्र शर्मा, आठ जून 2020 मुखिया नरसिंह बैठा व मुखिया प्रतिनिधि धर्मेंद्र चौहान पिपरासी प्रखंड से निगरानी के हत्थे चढ़ चुके हैं।