नई दिल्ली: तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (टीटीडी) को विदेशों में अपनी पहली भूमि दान में मिल सकती है। दरअसल सेशेल्स में स्थित भारत के एक विदेशी नागरिक रामकृष्ण पिल्लई ने सेशेल्स की राजधानी विक्टोरिया में टीटीडी को भूमि दान करने की इच्छा व्यक्त की। हालांकि ट्रस्ट बोर्ड द्वारा इसको लेकर अप्रूवल दिया जाना बाकी है।
कहा जा रहा है कि इस ऐतिहासिक दान को मूर्त रूप देने के लिए मंदिर ट्रस्ट पूरी तरह से व्यवहार्यता अध्ययन करेगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पिल्लई ने कहा कि सेशेल्स में एक बड़ी हिंदू आबादी है और वहां के हिंदू समुदाय ने पहले ही एक भगवान गणेश मंदिर बनाया है, जो बड़ी संख्या में विदेशी पर्यटकों को आकर्षित कर रहा है।
पिल्लई ने टीटीडी से आग्रह किया, “मैं सेशेल्स में विक्टोरिया में चार एकड़ की प्रमुख भूमि, जिसकी कीमत लगभग 5 करोड़ रुपये है, टीटीडी को दान करना चाहता हूं और मंदिर निकाय से भगवान वेंकटेश्वर मंदिर बनाने का अनुरोध करता हूं।”
उन्होंने यह पेशकश तब की जब तिरुपति के सांसद डॉ एम गुरुमूर्ति, बिजनेस नेटवर्क कैबिनेट (बीएनसी) समूह के संरक्षक सदस्य और टीटीडी ट्रस्ट बोर्ड के सदस्य डॉ एस शंकर, जो समूह के उपाध्यक्ष भी हैं, ने हाल ही में चेन्नई में संभावित व्यापारिक नेताओं और एनआरआई के एक समूह से मुलाकात की थी। इस दौरान उन्होंने मंदिर शहर तिरुपति और टीटीडी के विकास में उनका समर्थन और योगदान मांगा।
पिल्लई के प्रस्ताव के बाद, डॉ गुरुमूर्ति और डॉ शंकर के नेतृत्व में बीएनसी प्रतिनिधियों ने रविवार को यहां हुई एक बैठक के दौरान टीटीडी के अतिरिक्त ईओ एवी धर्म रेड्डी को इसके बारे में अवगत कराया। इस बीच, धर्म रेड्डी ने कहा कि यह पहली बार है कि विदेशों में भूमि दान करने का प्रस्ताव आया है और इस संबंध में टीटीडी ट्रस्ट बोर्ड को अंतिम निर्णय लेना होगा।