देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने (Narendra Modi) जब से केंद्र की सत्ता संभाली है, तब से देश की आंतरिक सुरक्षा व्यवस्था और सीमाएं मजबूत करने के लिए केंद्र सरकार ने आतंकवाद पर कड़े प्रहार किए हैं. इस दौरान आतंकियों समेत देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने वालों के खिलाफ लगातार ठोस कार्रवाई होती रही है.
मोदी सरकार की सत्ता के दौरान इसी सोच को मजबूती देने का प्रयास लगातार केंद्रीय खुफिया एजेंसी आईबी (IB ), केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए (NIA ) समेत अन्य सहयोगी एजेंसी एक साथ आपसी समन्वय के साथ कार्य कर रही हैं, और अब बहुत ही सार्थक परिणाम भी देखने को मिल रहे हैं.
हाल ही में केंद्रीय जांच एजेंसी (NIA) ने साल 2022 में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने वाली संस्थाओं और आतंकियों के खिलाफ की गई कार्रवाई और उपलब्धियों से सम्बंधित एक महत्वपूर्ण आंकड़ों को साझा किया है. इन आंकड़ों पर नजर डालें तो साल 2022 में NIA द्वारा 73 मामले दर्ज किए गए , जो पिछले साल की अपेक्षा 19.67 प्रतिशत अधिक हैं.
एनआईए द्वारा प्रदान किए गए आंकड़ों के मुताबिक पिछले साल 35 मामले जिहादी आतंकियों ग्रुप से संबंधित हैं, जो जम्मू और कश्मीर, असम, बिहार, मध्यप्रदेश, उत्तरप्रदेश, बिहार, दिल्ली, केरल, कर्नाटक, राजस्थान, तमिलनाडु, तेलंगाना, महाराष्ट्र, पंजाब, पश्चिम बंगाल में आतंकी गतिविधियों को आगे बढ़ाने की कोशिश में जुटे हुए थे.
NIA द्वारा पिछले साल दर्ज किए गए मामले
- जम्मू कश्मीर अंतर्गत 11 मामले दर्ज
- नार्थ ईस्ट से संबंधित पांच मामले हुए दर्ज
- प्रतिबंधित संस्था पीएफआई यानी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया से संबंधित सात मामले हुए दर्ज
- पंजाब में कई गैंगस्टर समेत आतंकियों के खिलाफ दर्ज हुए मामले दर्ज किए.
- नक्सलियों और उसकी संस्थाओं से संबंधित 10 मामले हुए दर्ज
- नकली भारतीय करेंसी संबंधित दो बड़े हुए दर्ज
- नार्को टेरोरिस्ट से संबंधित तीन बड़े मामले हुए दर्ज
368 आरोपियों के खिलाफ NIA ने दायर की चार्जशीट
केंद्रीय जांच एजेंसी एनआईए द्वारा कई अलग-अलग मामलों में तफ़्तीश के दौरान बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए 368 आरोपियों के खिलाफ करीब 59 मामलों में तफ़्तीश करने के बाद कई राज्यों में स्थित एनआईए की विशेष कोर्ट में आरोपपत्र यानी चार्जशीट दायर किया.
इसके साथ ही तफ़्तीश के दौरान तमाम सबूतों, दर्ज बयानों के आधार करीब 456 आरोपियों को एनआईए के द्वारा गिरफ्तार किया गया , उन गिरफ्तार आरोपियों में 19 फरार और वांछित आरोपी भी रहा है. इसके साथ एक मोस्ट वांटेड ऐसे आरोपी को भी गिरफ्तार किया गया है जिसको विदेश से प्रत्यर्पित कराने के बाद भारत देश में लाया गया था .
NIA की तफ़्तीश पर लगी कोर्ट की मोहर
एनआईए की कार्रवाई और उसके द्वारा की गई तफ़्तीश को कोर्ट ने भी सराहा. शायद इसी का तकाजा है कि साल 2022 में एनआईए द्वारा की गई तफ़्तीश के बाद कोर्ट में सुनवाई के दौरान 32 मामलों में कोर्ट द्वारा फैसला सुनाया गया और 109 आरोपियों को कोर्ट ने दोषी मानते हुए उसके खिलाफ फैसला सुनाया गया.
उन्हें मामलों की सुनवाई के दौरान 6 आरोपियों को उम्र कैद की सजा भी सुनाई गई. एनआईए की शानदार तफ़्तीश की वजह से आरोपियों पर दोष तय करने में कोर्ट की रिकॉर्ड अपने आप में एक कहानी है. क्योंकि एनआईए के मामलों में 94 .39 फीसदी का रिकॉर्ड है.
एक आंकड़ा तो भी बताता है कि साल 2022 में ही एनआईए की तफ़्तीश के दौरान 8 आरोपियों को UAPA के तहत कार्रवाई की गई . इसी वजह से देश में केंद्रीय जांच एजेंसी की तफ़्तीश की बेहद तारीफ भी हो रही है .