हिन्दू धर्म में गरुड़ पुराण को भगवान विष्णु का स्वरूप माना जाता है। इस महापुराण में भगवान विष्णु ने अपने प्रिय वाहन गरुड़ देव को पुण्य-पाप, जीवन-मरण और मोक्ष के विषय में विस्तार से बताया है। साथ ही यह भी बताया है कि व्यक्ति को किन-किन कर्मों से सफलता की प्राप्ति होती है और मृत्यु उपरांत श्रीहरि के चरणों में स्थान प्राप्त होता है। गरुड़ पुराण के इस भाग में आइए जानते हैं कि व्यक्ति को किन देवताओं का नाम हमेशा लेना चाहिए। मान्यता है कि इन नामों का स्मरण करने से व्यक्ति को सभी पापों से मुक्ति मिल जाती और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
इन नामों का हेमशा करें स्मरण
- गरुड़ पुराण में बताया गया है कि व्यक्ति को हर दिन भगवान विष्णु और भगवान शिव का नाम स्मरण व श्रवण हमेशा करना चाहिए। ऐसा करने से समस्त रोग और कष्ट दूर हो जाते हैं और जीवन में अच्छा समय शुरू हो जाता है।
- व्यक्ति को श्री हरि के दशावतार का नाम हमेशा स्मरण करना चाहिए और कीर्तन करना चाहिए। वह दस नाम है- मत्स्य, कूर्म, वराह, नरसिंह, वामन, परशुराम, राम, कृष्ण, बुद्ध और कल्कि। इन नामों का कीर्तन करने से सभी पाप और कष्ट समाप्त हो जाते हैं।
- गरुड़ पुराण में बताया गया है कि मृत्यु निकट व्यक्ति यदि अंतिम समय में ‘नारायण’ नाम का उच्चारण करता है तो उसके सभी पाप नष्ट हो जाते हैं। साथ ही यह भी बताया है कि जो लोग एक बार भी भगवान का नाम स्मरण नहीं करते हैं, उन्हें यमलोक में यमराज के समक्ष खड़ा कर दिया जाता है। साथ ही उनसे अपने पापों का प्रायश्चित कराया जाता है।
- व्यक्ति को समस्त पापों से मुक्ति के लिए भगवान विष्णु के नाम का स्मरण करना चाहिए, साथ ही गीता का पाठ और विष्णुसहस्रनाम नाम का जाप करना चाहिए। ऐसा करने वाला व्यक्ति मृत्यु के उपरांत जीवन-मरण के जाल से भी मुक्त हो जाता है और स्वर्गलोक में वास करता है।
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