नई दिल्ली: पाकिस्तान की मेजबानी में होने वाले एशिया कप 2023 को लेकर आज यानी 4 फरवरी को एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) की औपचारिक बैठक हुई। इस बैठक को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने बुलाया। मीटिंग बहरीन में हुई , जिसमें एसीसी के अध्यक्ष जय शाह भी शामिल रहे।
बता दें कि एशिया कप इस साल सितंबर में पाकिस्तान की मेजबानी में होना है, जिसको लेकर बीसीसीआई सचिव जय शाह ने पहले ही साफ कर दिया है कि टीम इंडिया एशिया कप के लिए पाकिस्तान दौरे पर नहीं जाएगी। इस मुद्दे को लेकर आज एसीसी की अहम बैठक में खास बातचीत हुई।
दरअसल, बीसीसीआई सचिव जय शाह (Jay Shah) और पीसीबी अध्यक्ष नजम सेठी (Najam Sethi) की शनिवार यानी 4 फरवरी 2023 को बहरीन में पहली औपचारिक बैठक हुई, जिसमें ये जानकारी मिली कि एशियाई क्रिकेट परिषद (ACC) मार्च में एशिया कप (Asia Cup 2023) और वनडे टूर्नामेंट के लिए वैकल्पिक स्थल पर फैसला करेगी।
ऐसा माना जा रहा है कि संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के तीन स्थलों दुबई, अबु धाबी और शारजाह में आयोजन हो सकता है, लेकिन फिलहाल फैसले को स्थगित रखा गया है। पाकिस्तान से बाहर कराने के पीछे एक तर्क यह भी है कि वहां डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपया बहुत तेज गिर रहा है। ऐसे में एसीसी को वहां इस टूर्नामेंट के आयोजन में काफी खर्च करना होगा।
एसीसी के एक अधिकारी ने कहा कि सेठी ने अभी-अभी पीसीबी की कमान संभाली है और अगर वह पहली बैठक में ही मेजबानी के अधिकार को सौंप देते, तो इससे घर पर खराब प्रभाव पड़ता। पाकिस्तान वर्तमान में एक आर्थिक संकट से गुजर रहा है और मुद्रास्फीति ने देश की मुद्रा को 1 अमेरिकी डॉलर के मुकाबले पाकिस्तानी रुपये 277 तक गिरने के साथ देश को बहुत मुश्किल से मारा है। एशिया कप जैसे हाई प्रोफाइल टूर्नामेंट का आयोजन, भले ही एसीसी अनुदान का भुगतान करे, पीसीबी के खजाने में छेद कर सकता है, इसलिए रणनीतिक रूप से, यदि टूर्नामेंट संयुक्त अरब अमीरात में आयोजित किया जाता।
एसीसी (ACC) ने आश्वासन दिया है कि वह अफगानिस्तान बोर्ड की हर संभव मदद करेगी ताकि देश में महिला क्रिकेट को पुनर्जीवित किया जा सके। तालिबान शासन में महिलाओं के खेल खेलने पर प्रतिबंध है।