नई दिल्ली: टाटा ग्रुप (Tata Group) के पास जाते ही एयर इंडिया (Air India) के दिन फिरने लगे हैं। कंपनी ने कोरोना काल में की गई वेतन कटौती को चरणबद्ध तरीके से वापस लेने का फैसला किया है। यह बदलाव एक अप्रैल से लागू होगा। देश में कोरोना (Covid-19 pandemic) के मामलों में कमी और एयरलाइन सेक्टर (Airline sector) में रिकवरी को देखते हुए यह फैसला किया गया है। सरकारी विमानन कंपनी एयर इंडिया का टाटा ग्रुप ने हाल में अधिग्रहण किया था।
महामारी के कारण लागू पाबंदियों के कारण एयरलाइन सेक्टर सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ था। इससे देश की सभी विमानन कंपनियों ने अपने कर्मचारियों के वेतन में कटौती की थी। इनमें एयर इंडिया भी शामिल थी। कंपनी के पायलटों के उड़ान भत्ते, विशेष वेतन और वाइड बॉडी भत्ते में 35 प्रतिशत, 40 प्रतिशत और 40 प्रतिशत की कटौती की गई थी। एक अप्रैल से इन तीनों भत्तों को 20 प्रतिशत, 25 प्रतिशत और 25 प्रतिशत बहाल किया जा रहा है।
मैनेजमेंट में फेरबदल
इसी तरह केबिन क्रू मेंबर्स के उड़ान भत्ते और वाइड बॉडी भत्ते में क्रमश: 15 और 20 प्रतिशत की कटौती की गई थी। इन दोनों भत्तों को एक अप्रैल से 10 प्रतिशत और पांच प्रतिशत बहाल किया जा रहा है। कंपनी के अधिकारियों और अन्य स्टाफ के भत्तों में महामारी के दौरान 50 फीसदी और 30 फीसदी की कटौती की गई थी। अधिकारियों के भत्तों को एक अप्रैल से 25 प्रतिशत बहाल किया जा रहा है जबकि अन्य स्टाफ के भत्तों को महामारी से पूर्व के स्तर पर लाया जा रहा है।
इस बीच एयर इंडिया के चेयरमैन एन चंद्रशेखरन ने एयरलाइन के टॉप मैनेजमेंट में शुक्रवार को बड़ा फेरबदल किया। निपुण अग्रवाल को चीफ कमर्शियल ऑफिसर और सुरेश दत्त त्रिपाठी को चीफ ह्यूमन रिसोर्स ऑफिसर बनाया गया है। एयर इंडिया की अनुभवी मीनाक्षी मलिक और अमृता शरण को एयर इंडिया के सीईओ का सलाहकार बनाया गया है।