पिछले कुछ वक्त में बदलती जीवनशैली का असर न सिर्फ बड़ों पर बल्कि मासूम बच्चों पर भी पड़ रहा है। हालांकि युवा अपनी भावनाओं को एक दूसरे के साथ शेयर करके अपने दिल का बोझ हल्का कर लेते हैं लेकिन मासूम बच्चे ऐसा नहीं कर पाते हैं। ऐसे में पैरेंट्स की जिम्मेदारी दोगुनी बढ़ जाती है कि वो अपने बच्चों का मन टटोलकर असलियत का पता लगाएं। कई बार ऐसे मौके आते हैं जब बच्चों को दोस्तों और रिश्तेदारों से ज्यादा माता-पिता की ज्यादा जरूरत होती लेकिन वक्त की कमी के चलते वो इसे नजरअंदाज कर देते हैं। कारणवश बच्चा धीरे धीरे तनाव में आने लगता है। ऐसे में आइए जानते हैं 5 ऐसे संकेत हैं जो करते हैं इशारा कि आपके बच्चे को चाहिए आपकी अटेंशन।
टेंशन में रहना-
अगर आपके बच्चे का मन बाहर दोस्तों के साथ खेलने में नहीं लग रहा है और वो हर समय टेंशन में नजर आता है तो यह एक संकेत हो सकता है कि उसे आपकी अटेंशन की ज्यादा जरूरत है।
करीब आने की कोशिश-
यदि आपका बच्चा आपके पास ज्यादा समय बिताने की कोशिश कर रहा है या फिर हर समय आपका ध्यान अपनी तरफ खींचना चाहता है। तो यह इस बात का संकेत है कि बच्चे को आपकी जरूरत है।
ईर्ष्या-
यदि आपका बच्चा दूसरे बच्चों से ईर्ष्या करता है या फिर अपने ही भाई बहन से उसे जलन महसूस होती है तो यह संकेत है कि उसे आपकी ज्यादा जरूरत है। आपको उस पर अधिक ध्यान देना चाहिए।
आदतों में बदलाव-
बच्चों की मानसिक स्थिति का पता सबसे पहले उनके व्यवहार से चलता है। ऐसे में माता-पिता के लिए जरूरी हो जाता है कि वो अपने बढ़ते बच्चों के व्यवहार पर नजर बनाए रखें। बच्चा अगर अकेले रहने की कोशिश करता है, भाई-बहन से झगड़ा करना, पहले से ज्यादा नखरे करना, बात-बात पर गुस्सा करता है तो यह उसके मानसिक रूप से परेशान होने का संकेत हो सकता है। हो सकता है कि ये सब करने के पीछे आपके बच्चे का उद्देश्य पैरेंट्स की अटेंशन पाने का हो या फिर वो आपसे कुछ शेयर करना चाहते हों। अगर आपके बच्चे में कुछ ऐसा नजर आता है जो वह पहले नहीं करता था तो आपको उस पर पहले से ज्यादा ध्यान देने की जरूरत है।
छोटी-छोटी बात पर रोना-
अगर आपका बच्चा खुद को चोटी-छोटी बात पर उपेक्षित महसूस करके रोना शुरू कर देता है या फिर हर समय उदास और अकेला रहना चाहता है तो समझ जाएं कि वो आपकी अटेंशन चाह रहा है।