भोपाल:शनिवार को भारतीय जनता पार्टी की सांसद प्रज्ञा ठाकुर ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के लंदन में दिए उनके बयान को लेकर निशाना साधा। प्रज्ञा ठाकुर ने राहुल गांधी को देश से बाहर निकालने की बात कही। राहुल गांधी ने आरोप लगाया था कि संसद में बोलने के दौरान विपक्षी नेताओं का माइक बंद कर दिया जाता है। उन्होंने कहा था कि अक्सर विपक्ष की आवाज को खामोश कर दिया जाता है। लंदन में दिए उनके इसी बयान पर प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने निशाना साधा और देश से बाहर करने की बात कही।
दरअसल पिछले दिनों लंदन के हाउस ऑफ कॉमन्स में वहां की लेबर पार्टी के सांसद विजय शर्मा ने एक कार्यक्रम आयोजित किया था। इस कार्यक्रम में ही राहुल गांधी ने बोलते हुए भारत में विपक्ष की आवाज दबाने का आरोप लगाया था। जिसके बाद भाजपा ने उन पर जमकर निशाना साधा था। इसी क्रम में शनिवार को सांसद प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने भी राहुल गांधी को देश से निकालने की बात कही।
विदेशी महिला से पैदा हुआ देशभक्त नहीं: ठाकुर
समाचार एजेंसी पीटीआई से बात करते हुए भाजपा की फायर ब्रांड नेता प्रज्ञा ठाकुर ने दावा किया कि आचार्य चाणक्य ने कहा था कि “विदेशी महिला से पैदा हुआ बेटा कभी भी देशभक्त नहीं हो सकता है” ठाकुर ने कहा कि आचार्य चाणक्य की इस बात को राहुल गांधी ने सही साबित कर दिया।
हमने मान लिया आप भारत से नहीं: ठाकुर
राहुल गांधी के बारे में बोलते हुए प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि हमने मान लिया है कि राहुल गांधी भारत के नहीं हैं क्योंकि उनकी मां इटली से हैं। राहुल गांधी द्वारा संसद में विपक्ष की आवाज को दबाने का आरोप लगाने वाले बयान पर प्रज्ञा ठाकुर ने कहा कि देश की संसद को कांग्रेस नहीं चलने देती है, अगर संसद ठीक से चलने लगे तो काम ज्यादा होगा और इससे कांग्रेस का वजूद खत्म हो जाएगा। ठाकुर ने कहा कि कांग्रेस का वजूद खत्म होते देख राहुल गांधी का दिमाग भी खराब हो गया ह
राहुल गांधी के बारे में आगे बोलते हुए प्रज्ञा ठाकुर ने राहुल गांधी पर देश की जनता का अपमान करने का आरोप लगाया। उन्होंने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि आप इस देश के नेता हैं और इस देश के लोगों ने आपको चुना है, और आप विदेशी धरती पर बैठकर इस देश की जनता का अपमान कर रहे हैं। ठाकुर ने कहा कि वो कहते हैं कि उन्हें संसद में बोलने का मौका नहीं दिया जाता है। इससे ज्यादा शर्मनाक कुछ नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा ऐसे लोगों को राजनीति का मौका नहीं देना चाहिए और देश से बाहर निकाल देना चाहिए।
प्रज्ञा ठाकुर के इस बयान के बाद मध्य प्रदेश कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने ठाकुर पर पलटवार करते हुए उन्हें याद दिलाया कि वह मालेगांव विस्फोट मामले में एक आरोपी थीं। 29 सितंबर, 2008 को उत्तर महाराष्ट्र के सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील शहर मालेगांव में एक मस्जिद के पास एक मोटरसाइकिल में बंधे विस्फोटक उपकरण में विस्फोट होने से छह लोगों की मौत हो गई थी और 100 से अधिक घायल हो गए थे। ठाकुर इस मामले में 2017 से जमानत पर बाहर हैं।