• Latest
  • Trending
  • All
  • बिजनेस
अचानक भारत पहुंचे चीन के विदेश मंत्री वांग यी

राष्ट्रीय संकट की ओर बढ़ रहा चीन, लोगों के सब्र का इम्तिहान ले रही जिनपिंग सरकार

April 19, 2022
आरसीबी के जश्न में गईं 11 जानें, पुलिस थी विरोध में!

आरसीबी जश्न भगदड़: 11 की मौत, विपणन प्रमुख समेत 4 गिरफ़्तार

June 6, 2025
घोटाला

कोटा बैंक घोटाला: अफसर ने उड़ाए 4.58 करोड़

June 6, 2025
जनगणना

जनगणना 2027: पहली बार पूरे देश में जातिगत आंकड़े

June 6, 2025
कोविड

देश में कोविड फिर सिर उठा रहा है, मामलों में बढ़ोतरी

June 6, 2025
मदरसे में मासूम छात्रा से मौलाना ने किया था रेप, 10 साल की सजा

घर में नौकरानी बनाकर करता रहा दुष्कर्म, भाईयों ने भी ठुकराया

June 6, 2025
कोर्ट

हौती विद्रोहियों को हथियार पहुंचाने वाला पाकिस्तानी दोषी करार

June 6, 2025
ट्रंप

यूक्रेन-रूस पर ट्रंप बोले: “थोड़ा लड़ने दो”, मर्ज़ ने जताई असहमति

June 6, 2025
वॉशिंगटन में थरूर की अमेरिका से ‘सिंदूर’ वार्ता

वॉशिंगटन में थरूर की अमेरिका से ‘सिंदूर’ वार्ता

June 6, 2025
अमरनाथ यात्रा शुरू

अमरनाथ यात्रा: 58,000 जवानों की सुरक्षा में 38 दिन की यात्रा

June 6, 2025
प्रशांत किशोर

चिराग को सीरियसली लेना है तो मंत्री पद छोड़ें: प्रशांत किशोर

June 6, 2025
तेजस्वी नीतीश

तेजस्वी का नीतीश को आरक्षण पर अल्टीमेटम: विशेष सत्र बुलाओ या आंदोलन झेलो

June 6, 2025
कपिल देव

कपिल देव की चेतावनी– जीत का जश्न, जान की कीमत पर नहीं

June 6, 2025
  • About
  • Advertise
  • Privacy & Policy
  • Contact
Friday, June 6, 2025
  • Login
ON THE DOT
  • मुख्य समाचार
  • देश
    • राज्य-शहर
  • विदेश
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • जीवंत
  • ENGLISH
No Result
View All Result
ON THE DOT
  • मुख्य समाचार
  • देश
    • राज्य-शहर
  • विदेश
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • जीवंत
  • ENGLISH
No Result
View All Result
ON THE DOT
No Result
View All Result
Home मुख्य समाचार

राष्ट्रीय संकट की ओर बढ़ रहा चीन, लोगों के सब्र का इम्तिहान ले रही जिनपिंग सरकार

ON THE DOT TEAM by ON THE DOT TEAM
April 19, 2022
in मुख्य समाचार, विदेश
Reading Time: 1 min read
A A
0
अचानक भारत पहुंचे चीन के विदेश मंत्री वांग यी

File Photo

शंघाई:चीन में सख्त नियमों के बावजूद कोरोना कंट्रोल नहीं हो रहा है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग ने मंगलवार को कहा कि चीन ने सोमवार को 3,297 स्थानीय रूप से फैले कोविड​​-19 मामलों की सूचना दी। कोरोना कंट्रोल के नाम पर शहरों में जारी लॉकडाउन ने जिनपिंग सरकार के प्रति लोगों के गुस्से को और बढ़ा दिया है। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि शहरों में लॉकडाउन चीन के राष्ट्रीय संकट की ओर इशारा कर रहा है।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, इन नए स्थानीय रूप से फैले कोरोना मामलों में सबसे ज्यादा चीन के आर्थिक केंद्र शंघाई से हैं जहां 3,084 मामले दर्ज किए गए। इसके अलावा 17,332 स्थानीय रूप से फैले गैर लक्षण वाले मामले भी दर्ज किए गए हैं। शंघाई में सोमवार को COVID-19 से सात नई मौतें हुईं।

शंघाई के अलावा, अब कोरोना चीन के दूसरे प्रांतों में भी फैलने लगा है। 18 अन्य प्रांतीय स्तर के क्षेत्रों में नए स्थानीय कोविड​​-19 मामले देखे गए, जिनमें जिलिन के पूर्वोत्तर प्रांत में 88 शामिल हैं। आयोग की रिपोर्ट में कहा गया है कि सोमवार को चीन की मुख्य भूमि पर ठीक होने के बाद कुल 1,912 कोविड​​-19 रोगियों को अस्पतालों से छुट्टी दे दी गई।

पूरे चीन में लॉकडाउन जैसे हालात हैं। कई शहर अपने निवासियों को घरों में कैद होने के लिए मजबूर कर रहे हैं, सप्लाई लाइनें टूट रही हैं, और अधिकारी बुनियादी सामानों की आवाजाही को सुरक्षित करने के लिए हाथ-पांव मार रहे हैं। COVID-19 ने चीन के हालात ऐसे बना दिए हैं कि लोग अब खुलकर जिनपिंग सरकार का विरोध कर रहे हैं। पिछले दिनों कई ऐसे वीडियो सामने आए जिनमें लोग प्रशासन के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर करते नजर आ रहे हैं।

इस बीच, शंघाई में कई दिनों से लोगों को लॉकडाउन समेत अन्य कोविड-19 संबंधी पाबंदियों का कड़ाई से पालन करना पड़ रहा है। शंघाई में तीन बार व्यापक स्तर पर लोगों की जांच की जा चुकी है।

सामुदायिक स्तर पर बनाए गए पृथकवास केंद्रों में रह रहे लोगों को भयावह परिस्थितियों का सामना करना पड़ रहा है। बेबेई (30) नामक एक महिला ने अपने अनुभवों के बारे में बताया कि उन्हें एक ऊंची छत वाले केंद्र में रखा गया है जहां चारपाइयों की कतारें हैं और हज़ारों अजनबियों की मौजूदगी में उन्हें एक ही छत के नीचे सोना पड़ता है। बेबेई का कहना है कि लाइटें 24 घंटे जली रहती हैं और नहाने के लिए गर्म पानी भी बड़ी मुश्किल से उपलब्ध हो पाता है। बेबेई का कहना है कि पृथकवास केंद्र में साफ-सफाई का स्तर भी बहुत खराब है और अन्य मूलभूत सुविधाओं की भी कमी है।

निवेश बैंक नोमुरा और सीएनएन की गुरुवार की रिपोर्ट के अनुसार, कम से कम 44 चीनी शहर या तो पूर्ण या आंशिक लॉकडाउन में हैं। देश के ताजा कोविड प्रकोप का केंद्र अति-आधुनिक वित्तीय राजधानी शंघाई में 25 मिलियन लोगों के लिए रोजमर्रा की जिंदगी बसर करना अब संघर्ष का हिस्सा बन गया है। यहां के निवासी अपने अपार्टमेंट या घरों में कैद हैं, वे भोजन और आजादी के लिए बेताब हैं।

रिपोर्ट्स में कहा गया है कि चीनी नेता शी जिनपिंग की जीरो कोविड नीति के खिलाफ वर्तमान स्थिति देश के लिए सबसे महत्वपूर्ण चुनौती हो सकती है। देश भर में सप्लाई प्राप्त करना एक कठिन चुनौती बन गई है, कुछ एक्सप्रेसवे बंद हो गए हैं, और ट्रक चालक क्वरंटाइन में हैं या हजारों राजमार्ग स्वास्थ्य चौकियों पर फंस गए हैं।

चीनी सरकार के खिलाफ बढ़ रहा लोगों का गुस्सा

चीनी की नीतियों के खिलाफ लोगों में कई नेताओं के खिलाफ गुस्सा है। चीन में तेजी से बिगड़ता आर्थिक दृष्टिकोण भी चिंता का कारण बन रहा है। चीन की आर्थिक वृद्धि दर वर्ष 2022 की पहली तिमाही में 4.8 प्रतिशत रही। कोरोना वायरस महामारी के चलते शंघाई सहित प्रमुख औद्योगिक शहरों में लॉकडाउन के चलते वृद्धि आंकड़ों में कमजोरी देखी गई। चीन की सरकार ने चालू वर्ष के दौरान 5.5 प्रतिशत वृद्धि का लक्ष्य तय किया है।

चीन एक बिगड़ते कोविड प्रकोप को रोकने के लिए संघर्ष कर रहा है। यह संकट जिनपिंग सरकार के लिए अब तक की सबसे बड़ी परीक्षा में से एक बन गया है। जिनपिंग इस साल के अंत में कम्युनिस्ट पार्टी कांग्रेस के दौरान तीसरे पांच साल के कार्यकाल की उम्मीद कर रहे हैं।

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Trending News

  • 2024 में खुलेंगे राम मंदिर के दरवाजे, 1000 साल तक कायम रहेगी भव्यता

    2024 में खुलेंगे राम मंदिर के दरवाजे, 1000 साल तक कायम रहेगी भव्यता

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • रामनवमी से पहले ही राम लला का सूर्याभिषेक देख भक्त हुए निहाल

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • स्वामी चिदम्बरानन्द महाराज के अवतरण महोत्सव व सिवा ट्रस्ट वार्षिकोत्सव का आयोजन

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • 24 अगस्त से फिर शुरू हो रही है रामायण सर्किट रेल यात्रा

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • भारत से विभाजन के समय पाकिस्तान में थे 20 फीसदी हिंदू, धर्मांतरण और उत्पीड़न के बाद अब कितने बचे

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • बैलेंसिंग लाइफ ही जिंदगी को खुशहाल बना सकती है: रचना हिरण

    0 shares
    Share 0 Tweet 0
  • मुख्य समाचार
  • देश
  • विदेश
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • जीवंत
  • ENGLISH
Call us: +91 98330 26960
No Result
View All Result
  • मुख्य समाचार
  • देश
    • राज्य-शहर
  • विदेश
  • बिजनेस
  • मनोरंजन
  • जीवंत
  • ENGLISH

Copyright © 2020 ON THE DOT

Welcome Back!

Login to your account below

Forgotten Password?

Retrieve your password

Please enter your username or email address to reset your password.

Log In