मुंबई: श्री जैन श्वेताम्बर तेरापंथ महिला मंडल मुम्बई द्वारा आयोजित आगमोत्सव 2023, 11 आगमों की कर आराधना 11वें अधिशास्ता की करें अभिवंदना का भव्य समापन समारोह साध्वीश्री पंकजश्रीजी व साध्वीवृन्द के सानिध्य में व अखिल भारतीय तेरापंथ महिला मंडल की राष्ट्रीय अध्यक्षा श्रीमती नीलम जी सेठिया महामन्त्री श्रीमती मधुजी देरासरीया की गरिमामयी उपस्थिति में वाशी के विष्णुदास भावे नाटयगृह में आयोजित हुआ।
कार्यक्रम की मंगल शुरुवात साध्वी श्री पंकज श्री जी आदि ठाणा 4 द्वारा नमस्कार महामंत्र की मंगल संगान से हुई । वाशी महिला मंडल द्वारा सुमधुर मंगलाचरण की सुंदर प्रस्तुति दी गई तथा वाशी महिलामण्डल की संयोजिका इंदूजी बड़ाला ने अपने शब्दों में सभी का स्वागत किया।
मुंबई महिलामण्डल की कर्मठ अध्यक्षा श्रीमती रचनाजी हिरण ने पीपीटी के माध्यम से आगमोत्सव की प्रारंभ से लेकर समापन की संक्षिप्त में जानकारी देते हुए बताया कि भीलवाड़ा चातुर्मास में 18 सितंबर 2021 को गुरुदेव के समक्ष आगाज हुआ और 18 महीने इस सफर में सभी सहयोगी रहे उनका धन्यवाद व आभार व्यक्त किया।
साध्वीश्री पंकजश्रीजी ने अपने मंगल पाथेय में कहा कि आगम की वाणी में बहुत शक्ति है। आगम का स्वाध्याय आंतरिक तप है। मुंबई अध्यक्ष रचनाजी व टीम ने मेहनत करके 18 महीनों में 11 आगम का स्वाध्याय, अध्ययन करवाया वो बधाई के पात्र है।
साध्वीश्री शारदा प्रभाजी ने मंगल उदबोधन में कहा कि मुंबई नगरी में आगमो को पढ़ा व सुना बहुत बहुत बधाई ।
राष्ट्रीय अध्यक्षा श्रीमती नीलमजी सेठिया ने अपने शब्दों में मुंबई महिलामण्डल को 18 महीने के इस सफर के लिए शुभकामनाएं दी व कहा कि आगम पढ़ना यानी जड़ो को पोषण देना है ये सफर रूकना नही चाहिए इसी क्रम में आगे बढ़े।
महामंत्री श्रीमती मधूजी देरासरिया ने आगमोत्सव को समुद्र से मोती प्राप्त करने का अवसर के समान बताते हुए कहा कि यह सुंदर अवसर मुंबई महिलामण्डल को मिला।पूरी टीम को साधुवाद।
आगम विवेचन के क्रम में श्रीमान दिलीपजी सरावगी,श्रीमान अशोकजी मुथा, श्रीमान सुधांशू जी चंडालिया एवं श्रीमान निपूण जी डागा ने कहा कि बहुत शुभकर्मों के उदय होते है तब आगम वाणी का वाचन होता है। आगम भगवान की वाणी का सार है। आगम पढ़े तथा जाने कि हमारा अस्तित्व क्या है,आत्म स्वरूप को कैसे प्राप्त करे, भेद विज्ञान को जाने। आगम – भगवान की वाणी को पढ़ना, सुनना व वाचना करना सच मे मुंबई महिलामण्डल बधाई के पात्र है।
मुनिश्री अभिजीत कुमारजी ने वीडियो द्वारा अपनी अभिव्यक्ति देते हुए कहा कि तेरापंथ महिलामण्डल पहली संस्था है जिसने 11 आगमो का स्वाध्याय करवाया सभी के प्रति मंगलकामना।
श्रीमान सूर्यप्रकाश जी श्यामसुखा,
श्रीमान संतोषजी रांका,श्रीमान राजेन्द्रजी बैगानी ने भी वीडियो द्वारा अपनी शुभकामनाएं व्यक्त की।
आपकी अदालत- आगम के आइने मे, सुख दुःख के मायने परिचर्चा जिसमे कटघरे में रचनाजी से सवाल जवाब सीमाजी कोठारी द्वारा किये गए, जज की भूमिका निवर्तमान राष्ट्रीय अध्यक्ष कुमुदजी कच्छारा ने निभाई।
आगम थीम सॉंग पर सुंदर प्रस्तुति डोम्बीवली महिलामण्डल द्वारा दी गई। जिसमे पूर्वाध्यक्ष भारतीजी सेठिया व रेणुजी द्वारा स्वर दिया गया।
क्षेत्रीय महिलामण्डल की बहिनो द्वारा आगम उवासगदसाओ पर व भांडुप महिलामण्डल द्वारा राजा परदेशी की नास्तिकता पर सुंदर प्रस्तुति दी गई।
कर्तत्व का सम्मान महाराष्ट्र प्रभारी श्रीमती निर्मलाजी चंडालिया द्वारा किया गया।
आगमोत्सव में अलकाज़ी मेहता,सारिका जी बाफना ,
सपना जी डागलिया, सुचिताजी कोठारी, सीमा जी कोठारी,श्रेय कोठारी, श्रेया कांठेड़,
जितेंद्र जी पोखरना, प्रियांशी हिरण व प्रियाम्बी हिरण का सहयोग रहा।
विशेष उपस्थित अभातेमम राष्ट्रीय ट्रस्टी श्रीमती प्रकाशदेवी तातेड़, परामर्शक विमलाजी नाहटा, राष्ट्रीय कन्यामण्डल प्रभारी अर्चनाजी भंडारी, निवर्तमान महामंत्री तरुणा जी बोहरा, पूर्वाध्यक्ष कांताजी तातेड़, चातुर्मास व्यवस्था समिति अध्यक्ष मदन जी तांतेड़ , अणुव्रत समिति अध्यक्ष कंचन जी सोनी ,वनिता जी बाफना , बाबूलाल जी बाफना , महासभा कार्यकारिणी तनसुख जी चौरड़िया , कल्याणमित्र अर्जुन जी सिंघवी , अणुविभा में राजकुमार जी चपलोत , नवरत्न जी गन्ना सुरेंद्र जी कोठारी भूपेश जी कोठारी नरेंद्र जी तांतेड़ व ज्ञानशाला प्रभारी अनिताजी परमार , मुंबई महिलामण्डल उपाध्यक्ष श्वेता जी सुराणा,सहमंत्री सरोजजी सिंघवी, संगिताजी चपलोत, प्रचारमंत्री कांताजी डूंगरवाल , कन्यामण्डल प्रभारी जुलीजी मेहता ,कार्यकारिणी टीम की सादर उपस्थिति रही।
वाशी महिलामण्डल संयोजिका इंदूजी बड़ाला , सह संयोजिका अनिताजी , हेमाजी व टीम का विशेष सहयोग रहा।
कार्यक्रम का सफल संचालन मंत्री अलकाज़ी मेहता व आभार ज्ञापन कोषाध्यक्ष सुनिताजी सुतरीया ने किया। मुंबई के सभी उपनगरों से लगभग 800 भाई बहिनो की उपस्थिति रही।