इस बार अक्षय तृतीया पर दान पुण्य और खरीददारी का महत्व और भी अधिक बढ़ जाएगा। जिस तरह इस दिन दान-पुण्य का अक्षय फल मिलता है, उसी तरह इस दिन विवाह भी बहुत शुभ बताया गया है। ऐसा कहा जाता है कि इस दिन जो माता पिता अपनी कन्या का कन्यादान करते हैं, तो कहा जाता है कि उसकी लाइफ में भी हमेशा खुशहाली रहती है। इस बार अक्षय़ तृतीया पर गुरु का तारा अस्त है, इसलिए इस बार अक्षय तृतीया पर विवाह आदि के योग नहीं हैं। दरअसल मार्च में गुरु का तारा अस्त हुआ था और अब 28 अप्रैल को गुरु उदय होंगे, तब तक विवाह मुहूर्त नहीं हैं।
ज्योतिषियों के अऩुसार अगर गुरु का तारा अस्त हो तो वैवाहिक जीवन सुखी नहीं रहता है। अक्षय तृतीया का मुहूर्त बहुत अच्छा योग है। वैसे तो इस महूर्त में बिना कुछ सोचे ही शुभ कार्य कर लिए जाते हैं, लेकिन अगर आप इस साल अक्षय तृतीया के शुभ संयोगों के बारे में जानना चाहते हैं तो आपको बता दें कि इस बार 23 अप्रैल को रोहिणी नक्षत्र, सौभाग्य योग, आयुष्मान योग, त्रिपुष्कर योग सर्वार्थ सिद्धि योग और अमृत सिद्धि योग बन रहे हैं। इन संयोगों केकारण
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