नई दिल्ली:टीम इंडिया के चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव के लिए पिछले 12-14 महीने अच्छे गुजरे हैं। भारतीय टीम से ड्रॉप होने के बाद उन्हें आईपीएल 2021 में कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए भी बाहर बैठना पड़ा था। हालांकि, आईपीएल 2022 उनके लिए अच्छा गुजरा। इसके बाद उनको टीम इंडिया में भी वापसी करने का मौका मिला, लेकिन एक समय ऐसा था जब वे हर 15 मिनट पर गुस्सा हो जाते थे। हालांकि, अच्छी बात यह रही कि मैदान पर उनके जोड़ीदार कहे जाने वाले युजवेंद्र चहल ने उनकी मदद की।
कुलदीप ने स्वीकार किया कि प्रतिस्पर्धी क्रिकेट से दूर रहने के कारण वह निराश हो जाते थे और कई बार बेचैन भी महसूस करते थे। उन्होंने अपने साथी खिलाड़ी युजवेंद्र चहल को उस दौरान हमेशा उनके साथ रहने का श्रेय दिया। ब्रेकफास्ट विद चैंपियंस शो में कुलदीप यादव ने बताया कि कैसे रिहैब के समय चहल ने उनको सपोर्ट किया, क्योंकि चोट और फॉर्म के कारण वे हताश रहते थे।
उन्होंने कहा, “जब भी मैं भारतीय टीम से ड्रॉप होता था तो मैं ज्यादातर चहल से बात करता था। जब मैं चोटिल होता था और मेरी सर्जरी होती थी तो मुझे मूड स्विंग होते थे। मैं हर 15 मिनट में गुस्सा हो जाता था और उसे उसके ऊपर निकाल देता था। उसने हमेशा मुझे सिर्फ रिहैब पर ध्यान देने की सलाह दी और उम्मीद दी कि वापसी शानदार होगी। इस बात ने मेरी बहुत मदद की।”
हालांकि, आईपीएल में आत्मविश्वास हासिल करने के लिए उन्होंने दिल्ली कैपिटल्स के कोच रिकी पोंटिंग को श्रेय दिया, जहां उन्होंने 14 मैचों में 21 विकेट निकाले थे। उन्होंने कहा, “जब मुझे दिल्ली ने चुना था, मुझे याद है कि रिकी ने मुझे फोन किया था और उन्होंने एक बात साफ कर दी थी कि मैं चाहे कैसी भी गेंदबाजी करूं, मैं सभी 14 मैच खेलूंगा। इससे मुझे बहुत आत्मविश्वास मिला और मैं सैटल फील कर रहा था। वह इस बात की ज्यादा चिंता नहीं करते थे कि मैंने मैच में विकेट लिए हैं या नहीं। वह सिर्फ मुझे सलाह देते रहे कि एक गेंदबाज के रूप में मैं किन एरिया में बॉल हिट करूं।”