नई दिल्ली:भारत दौरे पर पहुंची यूरोपीय कमीशन की प्रेसिडेंट उरसुला वोन डेर लेयेन ने कहा कि भारत और यूरोपीय यूनियन में कई समानताएं हैं। उन्होंने कहा कि दोनों ताकतें मिलकर बहुत कुछ कर सकती हैं। जलवायु और पर्यावरण के लिए भी दोनों मिलकर योगदान दे सकते हैं।
बता दें कि उरुसुला इस दौरे में प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से भी मुलाकात करेंगी। उन्होंने कहा कि भारत और ईयू के लक्ष्य भी समान हैं। हमने 2030 तक रेनेवेबल एनर्जी की 50 फीसदी हिस्सेदारी का संकल्प लिया है। मैं इस बात से पूरी तरह सहमत हूं कि हम सही दिशा में काम करेंगे तो कार्बन उत्सर्जन को काफी कम कर सकेंगे।
बता दें कि इसी सप्ताह वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कभी कहा था कि भारत ने पैरिस क्लाइमेट मिट 2015 के संकल्पों को काफी हद तक पूरा किया है। ईयू चीफ ने कहा, हम सोलर एनर्जी, बायोमास, हाइड्रोपावर और जियोथर्मल एनर्जी की बात करते हैं। इसी के जरिए लोगों को भला हो सकता है और जलवायु की रक्षा हो सकती है।
भारत पहुंची ईयू चीफ ने यूक्रेन संकट पर भी बात की। उन्होंने रूस के हमले की निंदा करते हुए कहा कि संकटग्रस्त क्षेत्र में शांति स्थापित करना बहुत जरूरी हो गया है। बता दें कि भारत ने भी यूक्रेन और रूस के बीच बातचीत के जरिए हल निकालने की वकालत की है।