नई दिल्ली:भारतीय टीम के पूर्व सदस्य हरभजन सिंह और रवि शास्त्री ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के शानदार प्रदर्शन कर रहे यशस्वी जायसवाल और रिंकू सिंह को बगैर देर किए भारत की टी-20 टीम में जगह दिए जाने की वकालत की है। स्टार स्पोर्टस से बातचीत में पूर्व भारतीय स्पिनरों ने कहा कि भारत की टी20 टीम में युवा प्रतिभाओं को शामिल करने का समय आ गया है और इसमें देरी करना बिल्कुल तर्कसंगत नहीं होगा।
शास्त्री ने कहा, ”अगर टीम इंडिया वनडे वर्ल्ड कप पर फोकस कर रही है तो चयनकर्ताओं को यशस्वी और रिंकू जैसे युवाओं को अधिक से अधिक मौके देने पर ध्यान देना चाहिए। इन खिलाड़ियों को फास्ट ट्रैक किया जाना चाहिए और अगले साल वेस्टइंडीज में होने वाले टी20 वर्ल्ड कप के लिए इन्हे तैयार किया जा सकता है। अगर चयनकर्ता अभी उन्हें नहीं चुनते हैं तो मुझे नहीं पता कि वे और क्या खोज रहे हैं।”
मुबंई के यशस्वी जायसवाल आईपीएल में राजस्थान रायल्स की ओर से खेलते हुए शानदार प्रदर्शन कर रहे हैं। 21 साल के यशस्वी ने आईपीएल के इतिहास में सबसे तेज अर्धशतक लगाकर एक बड़ा रिकॉर्ड बनाया। केकेआर के खिलाफ स्टाइलिश बाएं हाथ के सलामी बल्लेबाज ने सिर्फ 13 गेंदों पर अर्धशतक बनाया जो अब तक का दूसरा सबसे तेज टी20 अर्धशतक है।
युवा खिलाड़ी से प्रभावित भारत के पूर्व क्रिकेटर हरभजन सिंह का मानना है कि जायसवाल राष्ट्रीय चयनकर्ताओं को उनकी प्रतिभा पर ध्यान देने और उन्हें कॉल-अप देने के लिए मजबूर कर रहे हैं। उन्होने कहा, ”यशस्वी जायसवाल सिर्फ भारतीय क्रिकेट टीम के दरवाजे पर दस्तक ही नहीं दे रहे हैं बल्कि वह अपने लगातार अच्छे प्रदर्शन से इसे तोड़ते दिख रहे हैं। वह एक प्रतिभा है। उन्हे देखकर लगता है कि भारतीय क्रिकेट का भविष्य अच्छे हाथों में है।”
इस बीच, भारत के स्टार स्पिनर युजवेंद्र चहल आईपीएल के मौजूदा सत्र में राजस्थान रॉयल्स की ओर से खेलते हुये पर्पल कैप को पुनः प्राप्त करने के साथ टूर्नामेंट के इतिहास में अग्रणी विकेट लेने वाले खिलाड़ी बन गए है। आईपीएल में लगातार अच्छे प्रदर्शन के लिए चहल की तारीफ करते हुए हरभजन ने दावा किया कि हरियाणा का क्रिकेटर बल्लेबाजों के दिमाग से खेलता है।
हरभजन ने कहा, ”युजवेंद्र चहल फॉर्मेट नहीं खेलते बल्कि बल्लेबाजों के दिमाग से खेलते हैं. वह पूरी तरह दिमाग से गेंदबाजी करते हैं और छक्के लगने से नहीं डरते। वह पिच का बेहतरीन इस्तेमाल करते हैं और इसी वजह से बल्लेबाजों को उसे खेलने में परेशानी होती है।”