नई दिल्ली: ट्विटर के नए मालिक एलन मस्क ट्विटर के सीईओ पराग अग्रवाल को हटाते हैं तो उन्हें अग्रवान को मोटी रकम चुकानी होगी। रिसर्च फर्म इक्विलर के मुताबिक, अगर 12 महीने के भीतर पराग की छुट्टी होती है तो उन्हें ट्विटर की तरफ से 42 मिलियन डॉलर (3.2 अरब रूपये) की राशि का भुगतान करना होगा। हालांकि ट्विटर के प्रतिनिधि ने इक्विलर के अनुमान पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया।
मालिक बदलने के बाद अभी यह स्पष्ट नहीं है कि आगे इस कंपनी का नेतृत्व कौन करेगा। पराग अग्रवाल ने पिछले साल नवंबर में कंपनी के सह-संस्थापक और पूर्व सीईओ जैक डोर्सी से ये पदभार संभाला था।
कंपनी के भविष्य पर जताया संशय
डील के बाद पराग अग्रवाल ने कहा कि ट्विटर का भविष्य अनिश्चित हो गया है। उन्होंने कहा, डील फाइनल होने के बाद, हम नहीं जानते कि प्लेटफॉर्म किस दिशा में जाएगा। पराग ने ट्विटर पर लिखा कि ट्विटर का एक उद्देश्य और उपयोगिता है, यही कारण है कि यह पूरी दुनिया को प्रभावित करती है। हमें अपनी टीम पर बेहद गर्व है और उनके काम से प्रेरित भी हूं।
टि्वटर के साथ पराग के एक दशक
पराग को कंपनी के साथ अपना एक दशक का सफर पूरा कर चुके हैं। 37 वर्षीय पराग अग्रवाल साल 2011 में एक साफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर ट्विटर से जुड़े थे। अक्तूबर 2017 से नवंबर 2021 तक उन्होंने ट्विटर के मुख्य प्रौद्योगिकी अधिकारी के रूप में काम किया। ट्विटर से पहले पराग ने कुछ समय के तक माइक्रोसॉफ्ट, एटीएंडटी और याहू में भी काम किया था।
मस्क के बोल पराग की चिंता की वजह तो नहीं
– मस्क ने अपने एक ट्वीट में कहा था कि अगर मैं ट्विटर की बोली जीत जाता हूं तो बोर्ड की सैलरी पर शून्य डॉलर खर्च होगा।
– यदि ट्विटर बोर्ड के सदस्यों को सैलरी न दी जाए तो हर साल 30 लाख डॉलर की बचत होगी।
– मस्क ये भी कह चुके हैं कि ट्विटर के मौजूदा बोर्ड पर उनको भरोसा नहीं है जिससे संशय बढ़ गया है।