बच्चे अक्सर मीठा खाने की जिद करते हैं। टॉफी, आइसक्रीम, कैंडी, लॉलीपॉप और बहुत सारी चीजें। जिनका स्वाद मीठा हो वो बच्चों को अक्सर पसंद आती है। जिसका नतीजा कि कम उम्र में बच्चों के दांतों में सड़न होने लगती है और कीड़े लग जाते हैं। जिसकी वजह से दांतों में तेज दर्द होने लगता है। कई बार तो ये कैविटी बच्चों के पूरे दांत ही खराब कर देती है। इसलिए जरूरी है कि बच्चों को मुंह की साफ-सफाई के बारे में सिखाया जाए। कम उम्र से ही उनमे ऐसी आदतें डाल दें कि बच्चे अपने दांत और ओरल हेल्थ के प्रति समझदार रहें और खुद ही ख्याल रखें। अपने बच्चों में इन 5 ओरल हाइजीन की आदत को जरूर डालें। जिससे कि बच्चे बड़े होते-होते भी आसानी से याद रख सकें।
सोने से पहले ब्रश कराएं
बच्चों को जब ब्रश करना सिखाएं, तब से ही सोने के पहले ब्रश कराने की आदत जरूर लगाएं। ये हेल्दी हैबिट उनके दांतों को लाइफ टाइम बचाकर रखने में मदद करेगी। दो बार ब्रश करने की आदत दांतों के बैक्टीरिया और जर्म्स को आसानी से निकालती है। जिससे दांतों में कीड़े लगने का डर नहीं होता।
कुल्ला करने की आदत डलवाएं
बच्चे अगर डोनट्स, पिज्जा, बर्गर या फिर कैंडी, चॉकलेट जैसी चीजें खाते हैं तो उसके बाद उन्हें मुंह धुलवाने की आदत लगाएं। पानी से कुल्ला करने या गरारे करने से मुंह साफ होता है और दांतों में चिपके कण निकल जाते हैं। बच्चे को कुछ भी खाने के बाद मुंह साफ करने की आदत ओरल हाइजीन के लिए बहुत जरूरी है।
दांतों के साथ ही जीभ की सफाई भी बहुत जरूरी है। ब्रश करने के बाद टंगक्लीनर की मदद से बच्चे की जीभ साफ करना उसे सिखाएं। ये आदत बैड ब्रीथ जैसी समस्या को कम करेगी।