नई दिल्ली:राजस्थान के जोधपुर जिला प्रभारी मंत्री सुभाष गर्ग ने कहा है कि जोधपुर उपद्रव में सोची समझी रणनीति के तहत कहीं न कहीं साजिश नजर आ रही है और यह जांच का विषय है। जोधपुर उपद्रव के बाद राज्य सरकार द्वारा गठित कमेटी ने अपनी जांच रिपोर्ट सरकार को सौंप दी है।
रिपोर्ट सौंपे जाने के बाद सुभाष गर्ग ने मीडिया से यह बात कही। उन्होंने कहा कि जोधपुर में स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है और उन्हें जोधपुर की संस्कृति एवं विरासत पर पूरा वश्विास है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भी बयान दे चुके हैं कि वहां शांति है। लेकिन नश्चिति रुप से सोची समझी रणनीति के तहत साजिश कहीं न कही नजर आती हैं और यह जाच का विषय है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कह चुके हैं कि केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह में दम है तो उच्च न्यायालय या उच्चत्तम न्यायालय के जजों की अध्यक्षता में कमेटी बनाकर जांच कराये। मैं भी इस बात का पूरी तरह समर्थन करता हूं। गर्ग ने कहा कि वर्ष 2023 एवं 2024 में इनका एजेंडा हैं, चुनाव का एजेंडा है, ये ध्रुवीकरण करना चाहते हैं, धुवीरकण से इनका फायदा होता है।
एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि यह प्रयोग हैं, संयोग नहीं हैं। क्या कारण है कि पहले नड्डा साहब आये, तीन चार दिन से केन्द्रीय मंत्री मोटरसाइकिल से जोधपुर में घूम रहे हैं और शहर का दौरा कर रहे हैं। अभी भी पड़ाव डाले हुए हैं। मैं समझता हूं कि पहले दिन से ही शांति की अपील करनी चाहिए थी।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने उपद्रव के बाद कमेटी का गठन कर उसे जोधपुर भेजा था। कमेटी में गृह राज्य मंत्री राजेंद्र यादव, प्रभारी मंत्री सुभाष गर्ग, गृह विभाग के अतिरक्ति मुख्य सचिव अभय कुमार, अतिरक्ति पुलिस महानिदेशक (लॉ एण्ड ऑडर) हवा सिंह घुमरिया शामिल थे।
बता दें कि बीते सोमवार की देर रात जोधपुर के जालोर इलाके में दो समुदायों के बीच पत्थरबाजी हुई थी। इस पत्थरबाजी को शांत कराने गई पुलिस को भी चोटें आई थीं। अगले दिन ईद के मौके पर भी दोबारा उसी जगह पर हंगामा हुआ था। इस दौरान गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई थी। पुलिस की गाड़ियों को भी नुकसान पहुंचाया गया था। इस मामले को लेकर काफी सियासत भी हुई थी।