नई दिल्ली:हरियाणा के करनाल से गुरुवार को 4 संदिग्ध खालिस्तानी आतंकियों को गिरफ्तार किया गया था। एजेंसियों का कहना है कि ये लोग पाकिस्तानी हैंडलर्स के संपर्क में थे और तेलंगाना में विस्फोटक देने जा रहे थे। अब एजेंसियों का कहना है कि इन संदिग्ध आतंकियों को बीते 6 महीनों में 9 बार सीमा पार से हथियार और ड्रग्स मिले थे। इन्हें ड्रोन्स के जरिए पंजाब के फिरोजपुर में गिराया गया था। एजेंसियों ने करनाल से गुरप्रीत सिंह, आकाशदीप, भूपिंदर सिंह और परमिंदर सिंह को गिरफ्तार किया था। ये चारों ही लोग पंजाब के रहने वाले थे। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने इन लोगों की गिरफ्तारी के बाद कहा था कि गाड़ी से हथियार, विस्फोटक और आईईडी बरामद किए गए हैं।
रिपोर्ट्स के मुताबिक ये चारों लोग पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के संपर्क में थे। आरोप है कि गुरप्रीत सिंह ने राजबीर सिंह से जेल में जाकर मुलाकात की थी, जिसे लेकर कहा जाता है कि वह पाकिस्तान में स्थित हैंडलर हरजिंदर सिंह रिंडा का करीबी है। न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक इन चारों लोगों के पास मिले विस्फोटक और ड्रग्स को ड्रोन्स के जरिए सीमा पार से कई बार में गिराया गया था। इसी को ये लोग तेलंगाना में किसी स्थान पर देने जा रहे थे। इसका आदेश भी हरजिंदर सिंह रिंडा की ओर से ही दिया गया था।
लुधियाना कोर्ट में हुए ब्लास्ट में भी था इन्हीं लोगों का हाथ
यही नहीं इन लोगों को इस डिलिवरी के लिए कुछ रकम भी दिए गए थे। यही नहीं कुछ वक्त पहले अंबाला में पाया गया आईईडी भी इन्होंने ही रखा था। इसके अलावा लुधियाना कोर्ट में दिसंबर 2021 में हुए विस्फोट में भी इस समूह की ही भूमिका बताई जा रही है। एडीजीपी कानून व्यवस्था संदीप खिरवार ने कहा कि इन लोगों के पास से तीन आईईडी, एक पाकिस्तान में बनी पिस्तौल, 31 कारतूस और डेढ़ लाख रुपये की रकम बरामद की गई है। फोरेंसिक एक्सपर्ट्स के मुताबिक इन लोगों के पास टाइमर, डेटोनेटर और बैटरियां भी बरामद की गई हैं। डेटोनेटर्स और टाइमर्स को आईईडी से कनेक्ट किया गया था।
पुलिस ने जिन लोगों को गिरफ्तार किया था, उनमें से गुरप्रीत सिंह, अमनदीप सिंह और परमिंदर सिंह फिरोजपुर के रहने वाले हैं। इसके अलावा भूपिंदर सिंह लुधियाना के रहने वाले हैं। इन लोगों के खिलाफ आर्म्स ऐक्ट, UAPA ऐक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। इन लोगों के खिलाफ करनाल के मधुबन पुलिस थाने में केस दर्ज हुआ है। इन 4 लोगों की गिरफ्तारी को पुलिस प्रशासन बड़ी कामयाबी मान रहा है।