रांची:झारखंड की खनन सचिव पूजा सिंघल और उनके करीबियों के ठिकानों पर छापेमारी के बाद अब पूरे मामले में आयकर विभाग की भी इंट्री हो गई है। रविवार को ईडी और आयकर विभाग की टीम ने पूजा सिंघल के पति अभिषेक झा से लंबी पूछताछ की। पूछताछ के दौरान अभिषेक झा के सामने उनके सीए सुमन कुमार को भी बैठाया गया। पूछताछ देर शाम खबर लिखे जाने तक जारी थी। कयास लगाए जा रहे हैं कि मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट में ईडी अभिषेक झा को गिरफ्तार भी कर सकती है।
इससे पहले दोपहर तकरीबन 12 बजे अभिषेक झा को समन जारी कर ईडी के रांची कार्यालय बुलाया गया था। रांची कार्यालय आने के बाद अभिषेक से ईडी के डिप्टी डायरेक्टर सुबोध कुमार समेत चार वरीय अधिकारियों ने पूछताछ की। पूछताछ में आयकर विभाग के भी दो अधिकारी शामिल थे। कुल 19.31 करोड़ रुपये की बरामदगी के बाद ईडी यह पड़ताल में जुटी है कि पैसों का स्रोत क्या है। इतने पैसे सीए के पास कहां से आए थे। इन पहलुओं पर दोनों को आमने सामने बैठाकर पूछताछ की गई।
अस्पताल में पूजा सिंघल की सहभागिता को लेकर पूछताछ
ईडी ने पूजा सिंघल की पल्स डायग्नोस्टिक व पल्स हॉस्पीटल में सहभागिता को लेकर भी अभिषेक झा से पूछताछ की। ईडी ने पूछा कि पूजा सिंघल अस्पताल के संचालन में प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष तौर पर जुड़ी हैं या नहीं। ईडी ने सवाल किया कि दफ्तर के वक्त पर भी पूजा सिंघल अस्पताल में होती थीं, ऐसा क्यों होता था। क्या यहीं से वह सरकारी कामकाज निपटाती थीं। पूजा सिंघल ने अस्पताल में कितना निवेश किया, यह पैसे कहां से आए, इन सारे पहलुओं पर ईडी व आयकर के अधिकारियों ने बारीकी से अभिषेक झा का बयान लिया।
ईडी ने तैयार किए थे 60 सवाल
सूत्रों के मुताबिक, अभिषेक झा से पूछताछ के पहले ईडी अधिकारियों ने मनी लाउंड्रिंग, शेल कंपनियों में निवेश समेत कई पहलुओं पर 60 सवाल तैयार किए थे। इसके बाद पूछताछ में जो जवाब आते उसके लिए अलग से काउंटर सवाल पूछे गए।
आयकर विभाग की भी हुई इंट्री
शुक्रवार को छापेमारी के दौरान पल्स अस्पताल से 1.80 करोड़, जबकि सीए के यहां से 17.51 करोड़ मिलाकर कुल 19.31 करोड़ रुपये मिले थे। ऐसे में ईडी ने शनिवार की देर शाम आयकर विभाग को भी नोट बरामदगी के बारे में जानकारी दी थी, ताकि आयकर अधिकारी भी कर चोरी के मामले में कार्रवाई कर सकें। भारी मात्रा में नोट की बरामदगी को कर चोरी से भी जोड़कर देखा जा रहा है। ऐसे में ईडी ने आयकर विभाग को जानकारी दी थी। आयकर विभाग की टीम अलग से पूरे मामले में पेनाल्टी लगा सकती है। यहीं वजह है कि रविवार की पूछताछ में आयकर अधिकारी भी शामिल रहे।