श्रीनगर:जम्मू-कश्मीर में आर्टिकल 370 हटने और लद्दाख को अलग केंद्र शासित प्रदेश घोषित किए जाने के बाद पहली बार कारगिल में हिल डिवेलपमेंट काउंसिल के चुनाव करवाए जा रहे हैं। 2019 के बाद पहला मौका है जब लद्दाख में चुनाव हो रहे हैं। सुबह से ही मतदान केंद्रों के बाहर लंबी कतारें देखी गईं। लद्दाख ऑटोनॉमस हिल डिवेलपमेंट काउंसिल कारगिल (LAHDC-K)के इस चुनाव में कांग्रेस 22 सीटों पर जबकि नेशनल कॉन्फ्रेंस 17 सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं। यहां नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस मिलकर चुनाव लड़ रही हैं। वहीं भाजपा ने 17 सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारे हैं। चार सीटों पर आम आदमी पार्टी भी चुनाव लड़ रही है।
जबरदस्त वोटिंग
कड़ी सुरक्षा के बीच मतदान समय से शुरू हो गया। इस चुनाव में 95 हजार मतदाता 85 उम्मीदवारों की भाग्य का फैसला करेंगे। दो घंटे में ही 12 फीसदी मतदान हो गया था। मतदान को लेकर युवाओं में खासा जोश देखा गया। मतदान केंद्रों पर फर्स्ट टाइम वोटर्स अपना वोट डालने के बाद बेहद उत्साहित दिखे। लद्दाख के सूचना एवं जनसंपर्क विभाग ने कहा कि यह देश के भविष्य के निर्माण का एक अहम कदम है।
बता दें कि वैसे तो इस चुनाव में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस मिलकर शामिल हो रही हैं लेकिन जिन सीटों पर भाजपा के प्रत्याशी नहीं हैं, वहां दोनों पार्टियों ने अपने प्रत्याशी उतारे हैं।पिछले चुनाव में भाजपा ने केवल एक सीट पर ही जीत हासिल की थी। हालांकि इस बार उसे उम्मीद है कि सीटों की संख्या बढ़ेगी। वहीं नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस इस मुस्लिम बहुल क्षेत्र से भाजपा को दूर रखना चाहती हैं। वोटों की गिनती रविवार यानी 8 अक्टूब को की जाएगी।
लद्दाख के कारगिल में हो रही जबरदस्त वोटिंग के कई मायने हैं। एक तो लंबे समय और परिवर्तन की वजह से लोगों में जोश हाई है। दूसरा वे बदलाव की उम्मीद रखते हैं। वहीं एक सोशल ऐक्टिविस्ट और 2019 के चुनाव में जोर आजमा चुके शख्स सज्जाद कारगिली ने सोशल मीडिया पर लिखा, कारगिल में 5 अगस्त 2019 को लेकर बड़ा संदेश दिया जा रहा है।