उदयपुर:मां के सामने ही बदमाशों ने जवान बेटे को गलाघोंट कर मार डाला। बेटे को छोड़ने के लिए मां गुहार लगाती रही। लेकिन बदमाशों ने एक नहीं सुनीं बल्कि दो बदमाशों ने मां को पकड़े रखा। युवक की मौत होने के बाद आरोपी फरार हो गए। घटना 28 अप्रैल की है। पुलिस ने चार में से दो बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया है। मरने वाले युवक का कसूर इतना था कि वो अपने बुआ के बेटे को इन बदमाशों से बचाने के लिए दारू के ठेके पर गया था। समझाकर लौटते वक्त बदमाशों ने इस वारदात को अंजाम दिया।
समझाकर लौट रहा था बेटा
उदयपुर जिले के खेरवाड़ा थाना क्षेत्र में सामीतेड काठफला निवासी पूंजाराम कलासुआ ने 28 अप्रैल को शाम छह बजे अपने बेटे की हत्या की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी। पूंजाराम ने बताया कि मेरे बेटे जीवतराम के पास उसके बुआ के बेटे महेंद्र का फोन आया कि शराब के ठेके पर कुछ लोग उसके साथ मारपीट कर रहे हैं। इस पर जीवतराम अपनी मां बदी को लेकर शराब के ठेके पर पहुंचा और बुआ के बेटे महेंद्र को मारपीट करने वालों से बचाया। उन्हें समझाने के बाद वह अपनी मां के साथ घर के लिए रवाना हो गया।
बदमाशों ने ऐसे की हत्या
जब जीवतराम अपनी मां के साथ घर लौट रहा था, तभी उसका पीछा करते हुए चार बदमाश आए और दोनों को रोक लिया। दोनों को बाइक से नीचे उतरने भी नहीं दिया। दो लोगों ने मां को पकड़ लिया और बाकी दो ने मिलकर जीवतराम का गला दबा दिया। इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। महिला चारों आरोपियों को नहीं पहचानती थी। पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया।
ऐसे पकड़े गए बदमाश
एसपी मनोज कुमार के निर्देश पर खेरवाड़ा थानाधिकारी तेजकरण सिंह ने टीम के साथ इन्वेस्टिगेशन किया। शराब के ठेके पर लगे सीसीटीवी के फुटेज जुटाए, फोन नंबरों की लोकेशन ली। चश्मदीद लोगों से पूछताछ कर आरोपियों की पहचान की गई। इसके बाद पुलिस कारछा निवासी विनेश डामोर, चिराग अहारी को गिरफ्तार किया। दोनों को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से पूछताछ के लिए पुलिस रिमांड पर रखने का आदेश दिया। पुलिस ने घटना में प्रयुक्त की एक स्कूटी बरामद की है, अन्य दो बाइक पर थे। आरोपियों ने पुलिस के सामने आवेश में आकर हत्या करना स्वीकार किया है।