शादीशुदा रिश्ते के कामयाब होने की बुनियाद केवल प्रेम नहीं होता। इसके साथ और भी कई सारी चीजें हैं जो जिम्मेदार होती है। इन्हीं में से एक है छिपाव। अगर आपके रिश्ते में ट्रांसपैरेंसी नही है और एक दूसरे से बातों को छिपाते हैं। तो ये रिलेशनशिप को कमजोर बना देती है। क्योंकि कई बार इस तरह का छिपाव गलतफहमियां और शक पैदा करता है। जिसका समाधान केवल बातचीत में छिपा है। इसलिए कामयाब रिश्ते में बातचीत और छिपाव दोनों का खास रोल है। अगर शादीशुदा रिश्ते को कामयाब बनाना है तो बातों को छिपाने की बजाय बोलना सीखें। जानें वो वजहें जो कहती हैं कि रिश्ते में बातचीत होना कितना जरूरी है।
मन की शंका का समाधान
अगर आप अपने पार्टनर से किसी बात को छिपाते हैं तो इससे उसके मन में शंका हो सकती है। ऐसे में बातचीत करना और छिपाने की बजाय उन बातों को उजागर करना रिश्ते में मजबूती को बढ़ाता है। इससे दोनों के रिश्ते में विश्वास बढ़ता है और साथ ही आपकी समस्या का समाधान भी निकलता है।
रिश्ते को बनाती है मजबूत
कई सारे रिसर्च में पता चल चुका है कि अगर आप रिश्ते में एक कुछ बातों को छिपाकर बातें करते हैं और खुलकर मन की बातें जाहिर नहीं करते। तो ये अविश्वास को पैदा करने लगती है। पार्टनर को बोलने की आजादी देना और खुद भी खुलकर बोलना रिश्ते को गहराई से मजबूत बनाता है।
रिश्ते में नहीं रह जाती तीसरे की जगह
पति-पत्नी के रिश्ते में जिस दिन तीसरे की एंट्री होती है रिश्ता टूटने लगता है। फिर वो चाहे मां हो या बहन, भाई, दोस्त। पॉजिटिव तरीके से और खुलकर बिना बातों को छिपाए की गई बातचीत तीसरे को रिश्ते में आने का मौका नहीं देती। अगर आप पार्टनर को समझाने या उसकी बातों को समझने के लिए किसी अन्य की मदद लेते हैं तो रिश्ते में दूरियां बढ़ने लगती है। अच्छा होगा कि आप खुद बातचीत के जरिए समझें।
खुद में होता है सुधार
कई बार जब पार्टनर आपसे खुलकर बात करता है। पसंद-नापसंद के बारे में तो इससे ना केवल आप पार्टनर को अच्छे से समझ पाते हैं बल्कि आपको बहुत सारी खुद की आदतें और अच्छाईयों के बारे में पता चलता है। जिससे आप और भी बेहतर इंसान बन सकते हैं।
इमोशनल बॉन्ड
पार्टनर के साथ जब आप खुलकर बात करते हैं तो इससे ना केवल आप इमोशनली ज्यादा बॉन्ड महसूस करते हैं बल्कि ये आपके फिजिकली रिश्ते को भी और ज्यादा बेहतर बना देता है।