पटना:बीपीएससी पेपर लीक मामले में शुक्रवार को एक आईएएस अधिकारी से पूछताछ हुई। एडीजी ईओयू नयैर हसनैन खां की मौजूदगी में एसआईटी द्वारा की गई पूछताछ के दौरान वायरल प्रश्न-पत्र को लेकर कई सवाल दागे गए। कुछ का तो उन्होंने जवाब बड़े आराम से दे दिया पर पर कई सवालों में अटक गए।
प्रश्नपत्र भेजने वाले को पहचानते तो हैं पर जानते नहीं
सूत्रों के मुताबिक बिहार में प्रतिनियुक्ति पर आए एक आईएएस अधिकारी, जिन्हें बीपीएससी का वायरल प्रश्न-पत्र मोबाइल पर आया था, उनसे एसआईटी ने कई सवाल पूछे। उस शख्स के बारे में भी पूछा गया जिसने उन्हें प्रश्न-पत्र भेजा था। उन्होंने जवाब में कहा कि उस शख्स को वह पहचानते हैं, पर उसके बारे में ज्यादा कुछ नहीं जानते। वह क्या काम करता है इसकी उन्हें जानकारी नहीं है।
डेढ़ घटे की तहकीकात के दौरान कई अन्य सवालों से उनका सामना हुआ। इस दौरान कई फोटो भी दिखाए गए, जिसमें आईएएस अधिकारी उस शख्स के साथ मौजूद हैं। इससे पहले छात्र नेता दिलीप से भी एसआईटी ने पूछताछ की थी। जिस शख्स ने दिलीप को प्रश्न-पत्र भेजा उसी ने आईएएस अफसर के मोबाइल पर भी इसे भेजा था।
पेपर लीक के पीछे बड़ा नेटवर्क
बीपीएससी पीटी के पेपर लीक मामले की जांच आगे बढ़ने के साथ इसके पीछे बड़े नेटवर्क का हाथ होने की बात सामने आ रही है। अबतक की तहकीकात में कई ऐसे नाम सामने आए हैं जिसपर पेपर लीक में शामिल होने का अंदेशा है। इसमें कुछ से पूछताछ की जा रही है। वहीं कइयों की तलाश में एसआईटी की छापेमारी जारी है।
बताया जाता है कि इन संदिग्धों के हाथ आने पर पेपर लीक को लेकर अहम जानकारी मिल सकती है। साथ ही इसके किंगपिन तक पहुंचना आसान होगा। संदिग्धों की धर-पकड़ के लिए पटना के अलावा अन्य जिलों में भी एसआईटी की कार्रवाई जारी है। शुक्रवार को भी पटना के कुछ इलाकों में दबिश डाली गई। हालांकि संदिग्ध हाथ नहीं लगे। इस बीच संदेह के घेरे में आए कुछ लोगों से पूछताछ की जा रही है। इनसे मिली जानकारी के आधार पर आगे की तहकीकात जारी है।