नई दिल्ली:भाजपा नेता अमित मालवीय ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को शहरी नक्सल करार दिया है। मालवीय ने यह टिप्पणी गुरुवार को विधानसभा में केजरीवाल के भाषण को लेकर की है। केजरीवाल ने कहा था कि फिल्म को टैक्स-फ्री करने के बजाय निर्माता इसे YouTube पर अपलोड कर सकते हैं, जिससे यह सभी के लिए मुफ्त हो जाएगी।
अमित मालवीय ने ट्वीट किया, “केवल एक अमानवीय, क्रूर व भ्रष्ट दिमाग ही कश्मीरी हिंदुओं के नरसंहार पर हंस सकता है और उसे नकार सकता है। केजरीवाल ने कश्मीर फाइल्स को झूठा करार देकर हिंदू समुदाय के जख्मों को हरा कर दिया है, जो 32 साल से अपने ही देश में शरणार्थी बनकर रहने को मजबूर हैं।”
Only an inhuman, cruel and depraved mind can laugh at and deny the genocide of Kashmiri Hindus. Kejriwal has ripped open the wounds of the Hindu community, who have been forced to live as refugees in their own country, for 32 long years, by calling #KashmirFiles a झूठी फ़िल्म… pic.twitter.com/63w2x9QKqq
— Amit Malviya (मोदी का परिवार) (@amitmalviya) March 25, 2022
‘इन फिल्मों को यूट्यूब पर डालने की सलाह क्यों नहीं दी?’
दिल्ली के सीएम केजरीवाल इससे पहले बॉलीवुड फिल्मों ‘निल बटे सन्नाटा’ और ‘सांड की आंख’ को टैक्स फ्री कर चुके हैं। इसे लेकर भी मालवीय ने उन पर सवाल खड़े किए। भाजपा नेता ने ट्वीट करके कहा, “केजरीवाल ने इन फिल्मों को यूट्यूब पर डालने की सलाह क्यों नहीं दी? दिल्ली में टैक्स फ्री क्यों किया? और इनमें से किन-किन के चरणों में केजरीवाल गिरा होगा? क्योंकि कश्मीर फाइल्स हिंदुओं के नरसंहार की दास्तान दिखा रही है, इसलिए इस अर्बन नक्सल के पेट में दर्द हो रहा है?”
केजरीवाल ने इन फ़िल्मों को यू ट्यूब पर डालने की सलाह क्यों नहीं दी? दिल्ली में टैक्स फ़्री क्यों किया?
और इनमें से किन किन के चरणों में केजरीवाल गिरा होगा?
क्योंकि कश्मीर फ़ाइल्ज़ हिंदुओं के नरसंहार की दास्तान दिखा रही है, इसलिए इस अर्बन नक्सल के पेट में दर्द हो रहा है? pic.twitter.com/ALOAkiRhWb
— Amit Malviya (मोदी का परिवार) (@amitmalviya) March 24, 2022
‘कश्मीरी पंडितों के नाम पर करोड़ों कमा लिए और…’
दरअसल, भाजपा विधायकों ने बुधवार को बजट सत्र को बाधित कर कश्मीर फाइल्स को केंद्रशासित प्रदेश में मुफ्त करने की मांग की थी। इसके जवाब में मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा, “भाजपा को विवेक अग्निहोत्री से कहना चाहिए कि फिल्म को यूट्यूब पर डाल दे ताकि सब उसे मुफ्त में देख सकें। कुछ लोगों ने कश्मीरी पंडितों के नाम पर करोड़ों कमा लिए हैं और आपको पोस्टर चिपकाने का काम दे दिया गया है।”