जयपुर:राजस्थान में दुष्कर्म के मामले में फंसे जलदाय मंत्री महेश जोशी के बेटे की मुश्किलें बढ़ती जा रही है। मंत्री के बेटे रोहित जोशी के नाम दिल्ली पुलिस ने विदेश भागने की संभावनाओं के मद्देनजर लुकआउट नोटिस जारी किया है। हाईकोर्ट ने पीड़िता को सुरक्षा मुहैया कराने के निर्देश भी दिए है। मामले में राज्य सरकार और जयपुर के पुलिस आयुक्त से भी हाईकोर्ट ने जवाब भी मांगा है। पीड़िता के वकील के मुताबिक आरोपी ने लंबे समय तक युवती का शोषण किया है। आरोपी पक्ष प्रभावशाली है। आरोपी के पिता कैबिनेट मंत्री है। पीड़िता के परिजनों को धमकियां मिल रही है। इसके बाद जस्टिस बीरेंद्र कुमार की एकलपीठ ने पीड़िता को सुरक्षा मुहैया कराने के आदेश दिए।
उल्लेखनीय है कि रोहित जोशी को 18 मई को दिल्ली पुलिस के अनुसंधान अधिकारी के समक्ष पेश होना था, लेकिन पेश नहीं हुए। पुलिस रोहित जोशी की गिरफ्तारी के लिए जगह-जगह दबिश दे रही है। लेकिन फिलहाल आरोपी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। मंत्री महेश जोशी का कहना है कि मैं हमेशा न्याय के साथ रहा हूं। जहां न्याय होगा वही महेश जोशी होगा। जयपुर की एक युवती ने मंत्री महेश जोशी के बेटे के खिलाफ दिल्ली में दुष्कर्म का मामला दर्ज कराया था। पीड़िता ने रोहित पर दुष्कर्म के अलावा ब्लैकमेल कर शारीरिक शोषण करने का भी आरोप लगाया है। पीड़िता ने उसके साथ दुष्कर्म होने का स्थान सवाई माधोपुर बताया है।
पीड़िता ने शिकायत में बताया कि रोहित जोशी शादी का झांसा देकर जनवरी 2021 से लेकर अप्रैल 2022 तक उसका शोषण करता रहा। पीड़िता जब रोहित की हरकतों का विरोध करती तो उसके साथ काफी मारपीट की जाती थी। पीड़िता ने रोहित पर सवाई माधोपुर, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली और जयपुर में अलग-अलग स्थानों पर देहशोषण करने के आरोप लगाए हैं। इसके साथ ही पीड़िता ने रोहित पर उसके पिता महेश जोशी की धौंस दिखाकर पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी देने और ब्लैकमेल करने के भी आरोप लगाए हैं। पीड़िता ने रोहित और उसके पिता महेश जोशी से अपने और परिवार को जान का खतरा बताते हुए दिल्ली पुलिस से सुरक्षा प्रदान करने की भी गुहार लगाई है। फिलहाल, दिल्ली पुलिस ने आईपीसी की धारा 376, 328, 312, 366, 377, 506 और 509 के तहत प्रकरण दर्ज कर उसे अनुसंधान के लिए महिला थाना सवाई माधोपुर को भेज दिया है।