कोलकाता: पश्चिम बंगाल में कलकत्ता हाईकोर्ट के पूर्व जस्टिस के पद से इस्तीफा देकर राजनीति में आए अभिजीत गंगोपाध्याय विवादों में आ गए हैं। गंगोपाध्याय ने इस्तीफा देने के बाद बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की थी, लेकिन इसके बाद एक बंगाली टीवी चैनल के कार्यक्रम में इंटरव्यू के दौरान उनसे रैपिड फायर राउंड में कई सवाल पूछे गए हैं। इस दौरान गंगोपाध्याय से गांधी और गोडसे के किसी एक को चुनने के लिए कहा गया तो उन्होंने गहरी सांस ली और कहा मैं अभी इसका उत्तर नहीं दूंगा, मुझे इस पर विचार करने की जरूरत है। पूर्व जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय का यह वीडियो अब वायरल हो रहा रहा है। गंगोपाध्याय ने 5 मार्च को अपने पद से इस्तीफा दिया था।
गांधी-गोडसे सवाल में अटके पूर्व जस्टिस
अभिजीत गंगोपाध्याय से रैपिड फायर राउंड में कई सवाल पूछे गए थे। उन्होंने शाहरुख खान और अक्षय कुमार में अक्षय कुमार को चुना, इसी प्रकार आलिया भट्ट और कंगना रानौत में उन्होंने आलिया भट्ट को चुना। हिंदू राष्ट्र और धर्म निरपेक्ष भारत में उन्होंने धर्म निरपेक्ष भारत को चुना, लेकिन वे गांधी और गाेडसे को बीच फैसला नहीं कर पाए। पूर्व जस्टिस अभिजीत गंगोपाध्याय के जवाब नहीं दे पाने पर टीएमसी सांसद साकेत गोखले ने कहा कि एक आदमी जो चार दिन पहले तक हाई कोर्ट का जज था। वह गांधी और गोडसे के बीच फैसला नहीं कर सकता। कल्पना कीजिए कि इस आदमी ने अदालत में कैसे फैसले सुनाए होंगे और उसकी मानसिकता क्या रही होगी।
Former HC judge Abhijit Gangopadhyay resigned on Monday to join BJP.
He himself said “BJP approached him” while he was a sitting judge.
On a TV show, this man was asked a “rapid fire”.
When asked – Gandhi or Godse – he says “I’ll have to think about it”.
A man who was a… pic.twitter.com/ZF9wCV6GIa
— Saket Gokhale (@SaketGokhale) March 8, 2024
चंद्रकुमार बोस ने उठाए सवाल
कलकत्ता हाईकोर्ट के जस्टिस रहे अभिजीत गंगोपाध्याय पश्चिम बंगाल में कई घोटाले की जांच के आदेश देकर सुर्खियों में आए थे। पिछले दिनों उन्होंने कहा था कि वह टीएमसी नेताओं की तरफ से चुनौती दिए जाने की वजह से न्यायपालिका को छोड़ रहे हैं। उन्होंने इसके बाद 8 मार्च को बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की थी। बंगाली चैनल के सवाल पर जवाब नहीं दे पाने का वीडियो जहां वायरल हो रहा है तो वहीं इस मुद्दे पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस के परपोते चंद्रकुमार बोस ने अपनी राय रखी है। उन्होंने लिखा है कि यह एक गलत सवाल है। गोडसे एक हत्यारा था, महात्मा गांधी फादर ऑफ नेशन हैं जैसा कि उन्हें भारत के स्वतंत्रता सेनानियों ने माना। ऐसे में दोनों की तुलना कैसे हो सकती है? सोशल मीडिया पर पूर्व जस्टिस के इंटरव्यू का यह भाग काफी वायरल हो रहा है।