दुमका:उड़े देश का आम नागरिक(उड़ान) योजना के तहत दुमका हवाई अड्डा रांची,पटना और कोलकाता के विमान सेवा निकट भविष्य में शुरू हो जाएगी। दुमका के विधायक बसंत सोरेन द्वारा इस सम्बन्ध में विधान सभा में लाए गए गैर-सरकारी संकल्प की सूचना पर झारखंड सरकार ने जवाब दिया है कि रांची,पटना और कोलकाता के लिए सीधी उड़ान सेवा के लिए केंद्र सरकार द्वारा एयरलाइंस से प्रस्ताव आमंत्रित किए जा रहे हैं।
एयरोड्राम लाइसेंस प्राप्त होने और केंद्र सरकार द्वारा योग्य एयरलाइंस के चयन के बाद दुमका हवाई अड्डा से नियमित उड़ान सेवा प्रारंभ हो जाएगी। विधायक बसंत सोरेन ने अपने गैर-सरकारी संकल्प के द्वारा यह लाइसेंसिंग प्रक्रिया को पूर्ण कराने और रनवे के विस्तार कराने की मांग रखी थी ताकि झारखंड की उपराजधानी दुमका से विमान परिचालन शीघ्र शुरू हो सके।
झारखंड सरकार ने अपने वक्तव्य में कहा कि 19 सीटर विमानों के परिचालन के लिए दुमका हवाई अड्डा को विकसित किया जा चुका है और भविष्य में 72 सीटर विमानों के परिचालन की संभावना को देखते हुए रनवे की लंबाई 6000 फीट करने के मकसद से 20.69 एकड़ भूमि अधिग्रहण किया गया है। इस जमीन की घेराबंदी के लिए उपायुक्त दुमका को चालू वित्तीय वर्ष में 4 लाख रुपए का आवंटन किया गया है। एक सप्ताह के अंदर टेंडर करा कर कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा। 19 सीटर विमानों के परिचालन के लिए दुमका हवाई अड्डा के रनवे की लम्बाई 4000 फीट पर्याप्त है।
झारखंड सरकार ने अपने वक्तव्य में कहा है कि दुमका हवाई अड्डा पर टर्मिनल भवन, एटीसी भवन, फायर स्टेशन, आइसोलेशन बे, पेरिमीटर रोड आदि का निर्माण और रनवे का जीर्णोद्धार एयरोड्राम लाइसेंस के लिए एएआई (एयरपोर्ट ऑथरिटी ऑफ इंडिया) द्वारा किया गया है। हवाई अड्डा पर आवश्यक सुरक्षा बल और अग्नशमन बल की प्रतिनियुक्ति भी की गई है। दुमका हवाई अड्डा के लिए एयरोड्राम लाइसेंस के लिए डीजीसीए नई दिल्ली को आवेदन दिया गया था। डीजीसीए ने समीक्षा के बाद कुछ त्रुटियों के निराकरण का सुझाव दिया था। त्रुटियों का निराकरण कर सरकार ने पुन: प्रस्ताव डीजीसीए को दिया है जो अभी विचाराधीन है।