नई दिल्ली:दिल्ली के पांडव नगर इलाके में शनिवार को चार वर्षीय मासूम से दुष्कर्म के बाद इलाके में तनाव का माहौल है। गुस्साए लोगों ने गाड़ियां भी तोड़ दी। दुष्कर्म की सूचना मिलने के बाद लोगों ने आरोपी के घर के बाहर जमा होना शुरू कर दिया। कुछ ही देर में वहां सैकड़ों की भीड़ जमा हो गई और नारेबाजी होने लगी। लोग आरोपी के घर में घुसने का प्रयास करने लगे। लोगों का आरोप था कि महिला का पति भी वारदात में शामिल है।
धीरे-धीरे इलाके में हालत बिगड़ने लगे। मामले की गंभीरता को देखते हुए बड़ी संख्या में पुलिस बल को मौके पर तैनात किया और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस आरोपी के परिवार वालों को थाने में बिठाकर पूछताछ कर रही है। बच्ची की काउंसलिंग भी कराई गई।
अर्धसैनिक बल तैनात इलाके में रविवार को दिनभर बच्ची की मौत तो कभी आरोपियों को छोड़ने की अफवाह फैलती रही। लोग इस बात को लेकर काफी आक्रोश में दिखे। रविवार देर शाम तक घटना स्थल पर तनाव का माहौल बना हुआ था। थोड़ी-थोड़ी देर में भीड़ इकट्ठा होकर नारेबाजी कर रही थी। उधर, मौके पर मौजूद पुलिस अधिकारी बार-बार लोगों को समझा-बुझाकर शांत करवा रहे थे। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि वह अफवाहों पर ध्यान न दें। जो माहौल खराब करेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
आप कार्यकर्ता घेरेंगे पांडव नगर थाना विधायक कुलदीप कुमार ने कहा कि घटना की कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। इसलिए पार्टी ने फैसला लिया है कि बच्ची और परिवार को न्याय दिलाने के लिए पार्टी के कार्यकर्ता आम लोगों के साथ मिलकर सोमवार शाम चार बजे पांडव नगर थाने का घेराव करेंगे।
नई दिल्ली, प्रमुख संवाददाता। आम आदमी पार्टी ने पांडव नगर की घटना के बाद दिल्ली की कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। रविवार शाम को पार्टी की तरफ से प्रेस कांफ्रेंस की गई है, जिसमें पार्टी विधायक कुलदीप कुमार व प्रवक्ता रीना गुप्ता ने कहा कि घटना चौंकाने वाली है।
दिल्ली में महिलाओं के साथ लगातार आपराधिक घटनाएं हो रही हैं, लेकिन पुलिस उन्हें रोकने में असफल है। उन्होंने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार ने पुलिस को आम आदमी पार्टी का कार्यालय सील करने, विधायकों पर नजर रखने के काम पर लगाया गया है। कुलदीप कुमार ने कहा कि मौजूदा समय में दिल्ली पुलिस को इस काम में लगाया गया है कि आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता कहीं विरोध प्रदर्शन न कर सकें।
दिल्ली के उपराज्यपाल के पास दिल्ली के कामों की समीक्षा करने के लिए बहुत समय है, लेकिन वह कानूनी-व्यवस्था पर कभी समीक्षा नहीं करते हैं। दिल्ली पुलिस सीधे तौर पर उनके अधीन आती है। हम उनसे अनुरोध करते हैं कि वह थानों का औचक निरीक्षण करें और देखें कि क्या स्थिति है। हम उपराज्यपाल से अनुरोध करते हैं कि वो घटना में लिप्त लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करें।
गुस्साई भीड़ ने सड़क को जाम कर दिया और वहां से गुजर रही दो गाड़ियों को तोड़ दिया। भीड़ ने आरोपियों के घर में घुसने का भी प्रयास किया। लोगों की मांग की थी कि महिला शिक्षक के पति को भी गिरफ्तार किया जाए। इसके बाद आरोपी के परिवार को सुरक्षा के मद्देनज़र पुलिस ने हिरासत में ले लिया और उनसे पूछताछ के लिए थाने ले गई।
अपराधियों पर सख्त कार्रवाई कराने की मांग
दिल्ली सरकार की मंत्री आतिशी ने उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना को पत्र लिखा है। मंत्री ने लिखा है कि चार साल की बच्ची के साथ हुई घटना दिल्ली की कानून व्यवस्था और महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठाती है। अनुच्छेद 239एए में अनिवार्य पुलिस और सार्वजनिक व्यवस्था एलजी के संवैधानिक दायित्वों में आता है। इसलिए आपसे मांग करती हूं कि महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित कराने के लिए अपराधियों पर सख्त कार्रवाई कराएं।
क्या है पूरा मामला
दिल्ली के पांडव नगर इलाके में शनिवार को ट्यूशन पढ़ने गई चार वर्षीय मासूम से ट्यूशन सेंटर के शिक्षक ने दुष्कर्म किया। सूचना फैलने पर लोग सड़कों पर आकर नारेबाजी करने लगे। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार, बच्ची परिवार के साथ पांडव नगर इलाके में रहती है। पास के कोचिंग सेंटर में एक महिला और उसका भाई ट्यूशन पढ़ाते हैं। परिजनों के अनुसार, शनिवार को कोचिंग सेंटर में महिला शिक्षक नहीं थी। महिला के 34 वर्षीय भाई ने बच्ची को अकेला पाकर उससे दुष्कर्म किया। उसने बच्ची को किसी को कुछ बताने पर जान से मारने की धमकी दी और घर भेज दिया। शनिवार देर रात बच्ची की तबीयत बिगड़ने पर परिजन उसे डॉक्टर के पास ले गए, जहां दुष्कर्म की पुष्टि होने पर बच्ची को एलबीएस अस्पताल भेज दिया। वहां बच्ची की हालत बिगड़ने पर उसे एम्स रेफर कर दिया गया। बच्ची और आरोपी अलग-अलग समुदाय से संबंध रखते हैं। मामले में आप नेता आतिशी ने एलजी को पत्र लिखकर कार्रवाई की मांग की।