राजकोट:टीआरपी गेम जोन में हुए हादसे ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया है। 27 मासूम लोग इस हादसे की बलि चढ़ गए जिनमें 4 बच्चे भी शामिल थे। इनका कसूर सिर्फ इतना था कि गर्मियों की छुट्टियों में थोड़ी मौज मस्ती के लिए यह टीआरपी गेम जोन चले गए। कुछ लोग तो ऐसे थे जिनकी नई-नई शादी हुई थी। इस हादसे ने कई परिवारों को बिखेर कर रख दिया। गुजरात हाई कोर्ट ने भी इस हादसे पर स्वत: संज्ञान लेते हुए सख्स टिप्पणी की और इसे मानव निर्मित आपदा बताया।
पुलिस इस मामले में तेजी से कार्रवाई कर रही है। मुख्य आरोपी धवल ठक्कर समेत 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया। धवन इस मामले में गिरफ्तार चौथा आरोपी है। इससे पहले तीन आरोपियों को कोर्ट में पेश किया गया।इनमें युवराजसिंह सोलंकी, नितिन जैन और राहुल राठौड़ शामिल थे। इस दौरान कुछ ऐसा हुआ जो परेशान करने वाला था।
पहले पछतावे का नाटक फिर हंसने लगा
सरकारी वकील तुषार गोकानी ने बताया कि युवराजसिंह सोलंकी जब कोर्ट में दाखिल हुआ तब उसने ऐसा दर्शाया कि इस हादसे का उसे काफी पछतावा है। लेकिन इसके कुछ मिनटों बाद ही वो हंसने लगा। इतना ही नहीं, उसने कोर्ट में यह भी कहा कि ऐसे हादसे होते रहते हैं।
तुषार गोकानी ने कहा कि युवराजसिंह सोलंकी ने अदालत के सामने यह दिखाने के लिए नाटक किया कि वह पश्चाताप से भरे हुए हैं सभी को लगा कि वह रो रहे हैं। लेकिन पांच मिनट के बाद, वह हंस रहे थे और अदालत से बहस कर रहे थे। उन्होंने कहायही आरोपी ऐसा लग रहा था जैसे वह अदालत में घुसते करते ही रो रहा था, लेकिन कुछ ही मिनटों में वह हंसने लगा और उसने कहा कि इस तरह की चीजें होती रहती हैं। आरोपी के इस रवैये को कोर्ट ने गंभीरता से लिया है।
14 दिन की पुलिस हिरासत में तीनों आरोपी
कोर्ट ने तीनों आरोपियों को सोमवार को 14 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। गोकानी ने कहा, 14 दिन की रिमांड का मुख्य आधार यह था कि गिरफ्तार आरोपी जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं, उनसे जो भी सवाल पूछे जाते हैं, वे उनका गोलमोल जवाब दे रहे हैं। अभियोजन पक्ष ने अदालत को यह भी बताया कि मामले के अन्य आरोपी अभी भी फरार हैं। गोकानी ने कहा कि जब कुछ दस्तावेजों के बारे में पूछा गया तो आरोपियों ने दावा किया कि वे आग में जल गए हैं।