नई दिल्ली। तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के बाद पीएम मोदी अपने लोकसभा क्षेत्र वाराणसी का दौरा करने जा रहे हैं। 18 जून यानी मंगलवार को वह वाराणसी में होंगे। पीएम मोदी वाराणसी से ही 9,3 करोड़ किसानों के खाते में 2 हजार रुपये की 17वीं किस्त ट्रांसफर कर देंगे। इसके अलावा 30 हजार स्वयं सहायता समूहों को ‘कृषि सखी’ के रूप में मान्यता देंगे। इनमें वे महिलाएं शामिल होंगी जिन्हें कृषि संबंधित प्रशिक्षण दिया गया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देशभर के 732 कृषि विज्ञान केंद्रों से वर्चुअली जुड़ेंगे। इसके अलावा कई राज्यों में स्थिति कृषि विज्ञान केंद्रों से कई केंद्रीय मंत्री भी जुड़े रहेंगे। कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मुख्यमंत्रियों से भी अपने-अपने राज्य से ही कार्यक्रम से जुड़ने की अपील की है। इनमें विपक्षी पार्टियों द्वारा शासित प्रदेशों के सीएम भी शामिल हैं। चौहान ने कहा, हम चाहते हैं कि किसानों के हित के लिए सब मिलकर काम करें।
इस कार्यक्रम में लगभग 1 लाख प्राइमरी एग्रीकल्चल क्रेडिट सोसाइटी (PACS) और ग्रामीइ इलाकों में स्थित पांच कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) भी शामिल होंगे। इसका उद्देश्य योजनाओं और लाभ के प्रति लोगों को जागरूक करना है। इसके अलावा एआई आधारित किसान चैटबोट (किसान ई मित्र) के बारे में लोगों को जानकारी दी जाएगी। इस चैटबोट पर लोग अपनी स्थानीय भाषा में कृषि से संबंधित सवाल पूछ सकेंगे। उन्हें उनकी ही भाषा में जवाब भी दिया जाएगा। फिलहाल इस चैटबोट सर्विस में 12 भाषाएं हैं लेकिन जल्द ही अन्य भाषाओं को भी शामिल करने का प्रयास किया जा रहा है।
पीएम मोदी ट्रांसफर करेंगे किसान सम्मान निधि की राशि
पीएम मोदी 9.3 करोड़ किसानों के खाते में लगभग 20 हजार करोड़ रुपये की राशि भेजेंगे। फरवरी 2019 शुरू हुई इस योजना के तहत अब तक 3.2 लाख करोड़ रुपये दिए जा चुके हैं। बता दें कि तीसरी बार प्रधानमंत्री पद संभालने के बाद पीएम मोदी ने सबसे पहले किसान सम्मान निधि की फाइल पर ही साइन किए थे। जानकारी के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी की इस आभार यात्रा के दौरान 300 किसानों को आवास भी दिए जाएंगे।
कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री ने तीन करोड़ लखपति दीदी बनाने का संकल्प लिया है। जिसमें से लगभग एक करोड़ लखपति दीदी बन चुकी हैं। दो करोड़ और बनानी हैं, उसी का एक आयाम है कृषि सखी। किसानों की सहायता के लिए कई बहनों को प्रशिक्षण देकर तैयार किया है ताकि वो खेती में अलग-अलग कामों के माध्यम से किसानों का सहयोग कर सकें और लगभग 60-80 हजार रुपये तक की सालाना अतिरिक्त आय अर्जित कर पाएं।
कृषि सखी कार्यक्रम के पहले चरण में 12 राज्य शामिल
कृषि मंत्री ने कहा कि पीएम किसान की किस्त जारी करने के कार्यक्रम के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30,000 से अधिक स्वयं सहायता समूहों (एसएचजी) को कृषि सखियों के रूप में प्रमाण पत्र भी प्रदान करेंगे और एक प्रतीक के रूप में प्रधानमंत्री पांच कृषि सखियों को प्रमाण पत्र सौंपेंगे। उन्होंने कहा कि कृषि सखी कार्यक्रम के चरण-1 में 12 राज्यों गुजरात, तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, कर्नाटक, महाराष्ट्र, राजस्थान, ओडिशा, झारखंड, आंध्र प्रदेश और मेघालय में शुरू किया गया है।
अभी तक 70,000 में से 34,000 से अधिक कृषि सखियों को पैरा-एक्सटेंशन वर्कर के रूप में प्रमाणित किया जा चुका है। कृषि मंत्री ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत 4 करोड़ से ज्यादा किसानों को आर्थिक सुरक्षा की गारंटी दी गई है। वैश्विक कीमतों में उछाल के बावजूद किसानों को 11 लाख करोड़ की सब्सिडी उपलब्ध कराकर सस्ती दरों पर खाद उपलब्ध कराने का काम निरंतर जारी है।