पटना। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने गुरुवार को नीट पेपर लीक मामले के दो आरोपियों चिंटू और मुकेश को रिमांड पर लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। जांच एजेंसी ने बुधवार को दोनों का रिमांड अदालत से प्राप्त किया था। सीबीआई की टीम गुरुवार को सुबह करीब 11 बजे बेऊर जेल पहुंची और दोनों को लेकर पटना स्थित अपने कार्यालय पहुंची।
इसके बाद पटना के शास्त्रीनगर स्थित लोकनायक जयप्रकाश अस्पताल में जाकर इन दोनों की मेडिकल जांच कराई गई। फिर इन्हें लेकर कार्यालय पहुंची और पूछताछ की प्रक्रिया शुरू कर दी। इन दोनों को सात दिनों के रिमांड पर लिया गया है, जिसकी अवधि 4 जुलाई को पूरी होगी।
इन दोनों को रिमांड पर लेने का मुख्य मकसद नीट पेपर लीक के सेटरों के सरगना तक पहुंचना है। चिंटू ही वह शख्स है, जिसके व्हाट्सएप नंबर पर सबसे पहले प्रश्न-पत्र उत्तर के साथ पीडीएफ फॉर्मेट में रांची के रॉकी ने भेजा था।
सीबीआई पूछताछ के दौरान चिंटू से रॉकी और इसके ऊपर के सरगना अतुल वत्स एवं अंशुल सिंह के बारे में जानकारी लेगी। चिंटू, संजीव मुखिया की भांजी का पति है। इस वजह से चिंटू से संजीव से जुड़ी सभी बातें और इस सेटिंग के धंधे में उसकी भूमिका के बारे में जानकारी ली जाएगी।
बिहार और झारखंड के अलावा इसके दूसरे राज्यों से जुड़े तार के बारे में भी विस्तार से पूछताछ होगी। दूसरे राज्यों खासकर यूपी, गुजरात, राजस्थान समेत अन्य राज्यों के माफियाओं से उसके ताल्लुक के बारे में भी जानकारी प्राप्त की जाएगी। नीट पेपर लीक मामले में यूपी के रवि अत्री गिरोह की संलिप्तता भी सामने आ रही है। मुकेश मुख्य रूप से चिंटू का सहयोगी है। इससे भी चिंटू और इसके गैंग से जुड़ी तमाम जानकारी ली जाएगी। मुकेश ही 4 मई की रात सभी अभ्यर्थियों को गाड़ी से लेकर स्कूल तक पहुंचा था।