सावन का महीना भगवान शिव की पूजा के लिए विशेष फलदायी है। ऐसा कहा जाता है कि इस महीने भगवान शिव सभी की मनोकामना पूर्ण करते हैं। इस महीनें में कावंड यात्रा भी की जाती है। सावन महीने में शिव की पूजा विशेष फल देती है। इस महीने में भोले शंकर का रुद्राभिषेक कराया जाता है। न हो सके तो इस महीने में रोज भगवान शिव के मंदिर जाकर भोले शंकर को जल और दूध अर्पित करते हैं। शिवपुराण के मुताबिक सावन के प्रदोष व्रत और चतुर्दशी व्रत बहुत ही उत्तम फलदायी होते हैं।
इस साल सावन में प्रदोष व्रत 25 जुलाई को है। इसके बाद चतुर्दशी तिथि 26 जुलाई को है।चतुर्दशी तिथि होने से इस दिन कांवड भगवान शिव पर जलाभिषेक करेंगे। इस दिन बहुत अधिक महत्व है। इस दिन की गई पूजा विशेष फलदायी होती है। 26 जुलाई को पूरे दिन भोलेशंकर का अभिषेक करना चाहिए।