नई दिल्ली, एजेंसियां। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को 14वें ब्रिक्स सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भले ही वैश्विक स्तर पर कोरोना महामारी का प्रकोप पहले की तुलना में कम हुआ है, लेकिन इसके अनेक दुष्प्रभाव मौजूदा वक्त में भी वैश्विक अर्थव्यवस्था में दिखाई दे रहे हैं। वैश्विक अर्थव्यवस्था की गवर्नेंस के बारे में हम ब्रिक्स सदस्य देशों का नजरिया काफी समान रहा है। इसलिए हमारा आपसी सहयोग वैश्विक अर्थव्यवस्था की रिकवरी में महत्वपूर्ण योगदान दे सकता है।
14वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन को वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पिछले वर्षों में हमने ब्रिक्स में कई संस्थागत सुधार किए हैं जिससे इस संगठन की प्रभावशीलता बढ़ी है। हमारी न्यू डेवलपमेंट बैंक की सदस्यता में भी वृद्धि हुई है। ऐसे कई क्षेत्र हैं जहां हमारे आपसी सहयोग से हमारे नागरिकों के जीवन को सीधा लाभ मिल रहा है। ब्रिक्स यूथ समिट, ब्रिक्स स्पोर्ट और हमारे सिविल सोसाइटी आर्गनाइजेशन और थिंक टैंक के बीच संपर्क बढ़ा कर, हमने लोगों से लोगों के बीच संपर्क मजबूत किया है।
पीएम मोदी ने कहा कि ऐसे कई क्षेत्र रहे हैं जहां आपसी सहयोग के कारण हमारे नागरिकों को सीधा लाभ मिल रहा है। इन क्षेत्रों में प्रमुख रूप से टीकाकरण, कस्टम विभागों के बीच समन्वय और सेटेलाइट कंसलटेशन शामिल हैं। इसके साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर योग कार्यक्रमों के सफल आयोजन को लेकर सभी ब्रिक्स देशों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि योग कार्यक्रमों के आयोजनों को सफल बनाने के लिए आप सबकी टीम की ओर से मिले सहयोग के लिए मैं आप सभी का धन्यवाद करता हूं।
इससे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) ने बुधवार को ब्रिक्स बिजनेस फोरम को संबोधित किया था। उन्होंने कहा था कि इस साल भारतीय अर्थव्यवस्था के 7.5 फीसद की दर से बढ़ने की उम्मीद है। यही नहीं भारतीय डिजिटल अर्थव्यवस्था का आकार भी 2025 तक बढ़कर एक हजार अरब अमेरिकी डालर तक पहुंच जाएगा। नया भारत हर क्षेत्र में रूपांतरकारी बदलाव कर रहा है। इसके लिए हमारी सरकार हर क्षेत्र में इनोवेशन का समर्थन कर कर रही है।