अहमदाबाद:गुजरात का राष्ट्रीय रक्षा विश्वविद्यालय (RRU) अग्निवीरों के भविष्य को संवारने के लिए आगे आया है। सेना में रहते हुए युवक विश्वविद्यालय से आनलाइन डिप्लोमा व डिग्री कोर्स कर फिर से सैन्य सेवा और तकनीकी क्षेत्र में अपना भविष्य बना सकेंगे।
आरआरयू के कुलपति प्रो. बिमल पटेल ने कहा है कि देश के युवा इसके फायदे देखेंगे तो उनकी सभी आशंकाएं समाप्त हो जाएंगी। उन्होंने कहा कि आरआरयू पहले से ही कई राज्यों की पुलिस, सेना, नौसेना, अर्धसैनिक बलों, रक्षा संस्थाओं के साथ अनुबंध कर जवानों और कर्मचारियों को प्रशिक्षित कर रहा है। सेना, अर्धसैनिक बलों के साथ ही दिल्ली पुलिस व गुजरात पुलिस में भी अग्निवीरों को प्राथमिकता दी जाएगी।
आरआरयू के मीडिया संयोजक कुमार सव्यसाची बताते हैं कि अरुणाचल प्रदेश के पासीघाट और लखनऊ में विश्वविद्यालय के ट्रांजिट सेंटर होंगे। जिससे उत्तर व पूर्वी भारत के युवाओं को कोर्स करने में आसानी होगी। देश के अन्य राज्यों व रक्षा एजेंसियों के साथ मिलकर भी कई तरह के पाठ्यक्रम शुरू किए जाएंगे, जिसमें करियर केकई विकल्प होंगे।
गुजरात केकांफेडरेशन आफ रियल एस्टेट डेवलपर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष अजय पटेल ने मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल एवं गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी से मुलाकात केबाद इस क्षेत्र में हर साल तीन हजार अग्निवीरों को नौकरी देने की बात कही है। एसोसिएशन यह मसौदा अन्य राज्यों केबिल्डर्स संघ को भी भेजेगा।
बता दें कि आर्मी, नेवी और एयर फोर्स में चार साल के लिए अग्निवीर की भर्ती को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शनों के विपरीत भारतीय वायु सेना ने आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी है। भारतीय वायु सेना में अग्निवीरवायु की भर्ती के लिए आवेदन की प्रक्रिया शुक्रवार, 24 जून से शुरू हो रही है। आइएएफ अग्निवीर भर्ती के लिए आवेदन की आखिरी तारीख 5 जुलाई 2022 निर्धारित की गई है। आवेदन के दौरान उम्मीदवारों को 250 रुपये परीक्षा शुल्क का भुगतान आनलाइन माध्यमों से करना होगा।