सूरत। अयोध्या में रामलला अपने जन्मस्थान पर नवनिर्मित मंदिर में विराजमान हो चुके हैं। सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अभिजीत मुहूर्त में भगवान राम की प्राण प्रतिष्ठा के अनुष्ठान को पूर्ण किया। रामलला की मनमोहक छवि को निहारने के लिए लाखों भक्त अयोध्या में उमड़ पड़े हैं। सोने और हीरे से सजे रामलला का दिव्य रूप भक्तजन निहारते नहीं थकते।
गुजरात के एक हीरा व्यापारी ने भगवान राम को सोने और हीरे सजा एक मुकुट भेंट किया है, जिसकी कीमत 11 करोड़ रुपए बताई जा रही है। सूरत में ग्रीन लैब डायमंड कंपनी के मालिक मुकेश पटेल की ओर से दान किए गए मुकुट का वजन करीब 6 किलो है। यह 24 कैरेट सोना का है और बेशकीमती हीरे और जवाहारत से सजा है। मुकेश पटेल अपने परिवार के साथ खुद अयोध्या पहुंचे और मंदिर ट्रस्ट को इसे भेंट किया। उन्होंने ट्रस्ट के अध्यक्ष चंपत राय को सौंपा। इस दौरान मंदिर के मुख्य पुजारी भी मौजूद रहे।
गुजरात के ही एक और हीरा कारोबारी दिलिप कुमार वी लाखी ने राममंदिर को 101 सोना दान किया है। उनके दान किए सोने से राममंदिर में 14 स्वर्ण द्वार को सजाया गया है। इसके अलावा गर्भगृह त्रिशूल, डमरू और स्तंभों को सोने से सजाया गया है। बताया जा रहा है कि दिलिप कुमार की ओर से दिया गया सोना रामंदिर के लिए सर्वाधिक व्यक्तिगत दान है।
कथावाचक मोरारी बापू के अनुयायियों ने रामलला के लिए 16.3 करोड़ रुपए दान किए तो हीरा कारोबारी गोोविंदभाई ढोलकिया ने भी 11 करोड़ रुपए दिए हैं। रामंदिर को 3 हजार करोड़ रुपए से अधिक का दान मिल चुका है। अब तक करीब एक हजार करोड़ रुपए मंदिर निर्माण पर खर्च किया गया है। प्राण प्रतिष्ठा से पहले देशभर से अयोध्या के लिए तरह-तरह के उपहार भेजे गए।