नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार भले ही समाप्त हो चुका है, लेकिन सियासी गहमागहमी थमने का नाम नहीं ले रही। बीती रात कालकाजी विधानसभा क्षेत्र में हंगामे के बीच आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं पर आचार संहिता के उल्लंघन का मामला दर्ज किया गया।
बिधूड़ी के बेटे पर एफआईआर
मुख्यमंत्री और ‘आप’ की उम्मीदवार आतिशी ने आरोप लगाया कि भाजपा प्रत्याशी रमेश बिधूड़ी के बेटे मनीष बिधूड़ी चुनावी आचार संहिता का उल्लंघन कर झुग्गी बस्तियों में प्रचार कर रहे थे। उन्होंने चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग की। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने मनीष बिधूड़ी और उनके सहयोगी रवि दायमा के खिलाफ आरपी एक्ट की धारा 126 के तहत मामला दर्ज कर लिया।
आतिशी पर भी केस दर्ज
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, आतिशी भी देर रात 50-70 समर्थकों और 10 गाड़ियों के काफिले के साथ फतेह सिंह मार्ग पर मौजूद थीं। फ्लाइंग स्क्वाड टीम की शिकायत पर उनके खिलाफ बीएनएस की धारा 223 और आरपी एक्ट 126 के तहत गोविंदपुरी थाने में एफआईआर दर्ज की गई है।
पुलिस रिकॉर्डिंग रोकने पर ‘आप’ कार्यकर्ताओं पर केस
पुलिस ने बताया कि गोविंदपुरी इलाके में जब हेड कांस्टेबल ने भीड़ की वीडियोग्राफी शुरू की, तो ‘आप’ के कार्यकर्ता अश्मित और सागर मेहता ने हस्तक्षेप कर रिकॉर्डिंग रोक दी। सरकारी कार्य में बाधा डालने के आरोप में उनके खिलाफ भी केस दर्ज किया गया है।
केजरीवाल का चुनाव आयोग पर हमला
मुख्यमंत्री आतिशी के खिलाफ एफआईआर दर्ज होने पर ‘आप’ प्रमुख अरविंद केजरीवाल ने चुनाव आयोग और दिल्ली पुलिस पर पक्षपात के आरोप लगाए। उन्होंने एक्स पर लिखा, “बीजेपी की गुंडागर्दी के खिलाफ शिकायत करने पर दिल्ली की मुख्यमंत्री पर केस किया गया। चुनाव आयोग और दिल्ली पुलिस खुलेआम आम आदमी पार्टी को निशाना बना रहे हैं।”
दिल्ली में चुनावी माहौल अभी भी गरम है और ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि चुनाव आयोग इन आरोपों पर क्या रुख अपनाता है।