डेस्क:जिस तरह भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर हवाई हमला कर उन्हें नेस्तनाबूत किया, पाकिस्तान खौफ में है। हुक्मरान कभी परमाणु हमले की गीदड़भभकी देते हैं तो कभी शहबाज शरीफ के मंत्री युद्धविराम की गुहार लगाते हैं। इस बीच आधी रात फिर पाकिस्तानी हुकूमत जागी और हवाई हमलों के डर से देर रात लाहौर और इस्लामाबाद एयरपोर्ट्स पर अपने एयरस्पेस को बंद कर दिया।
पाकिस्तान एयरपोर्ट अथॉरिटी (PAA) के अनुसार, देश के दो प्रमुख हवाई अड्डों पर सभी व्यावसायिक उड़ानों पर रोक लगा दी गई है। इससे पहले बुधवार को पाकिस्तान ने पूरे देश में 48 घंटे के लिए हवाई क्षेत्र बंद करने की घोषणा की थी। हालांकि नए आदेश के तहत कराची का एयरस्पेस बंद नहीं है।
भारत का जवाब: ऑपरेशन सिंदूर
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में 26 नागरिकों की मौत के बाद भारत ने पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई करते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ चलाया था।
इस सैन्य अभियान के तहत भारतीय वायुसेना और थलसेना ने पाकिस्तान और PoK में 9 आतंकी ठिकानों पर निशाना साधा। हमलों में जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैयबा और हिज्बुल मुजाहिदीन जैसे आतंकी संगठनों के ठिकानों को नष्ट किया गया।
हमले पूरी तरह से रात के अंधेरे में किए गए, ताकि रणनीतिक बढ़त हासिल की जा सके। इस अभियान में हवाई, नौसैनिक और ज़मीनी बलों का समन्वय शामिल था। भारत की इस एयर स्ट्राइक में करीब 90 आतंकी मारे गए और 9 ठिकानों को तबाह कर दिया गया।
युद्ध जैसा माहौल
उधर, पाकिस्तानी अधिकारियों का दावा है कि इन हमलों में 31 नागरिकों की मौत हुई और दर्जनों घायल हुए हैं। पाक प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इस कार्रवाई को “युद्ध की खुली घोषणा” बताते हुए “जवाब देने का अधिकार सुरक्षित” रखने की बात कही है। रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान युद्ध नहीं चाहता, लेकिन अगर जवाब देना पड़ा तो केवल भारतीय सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया जाएगा।