मुंबई:महिला आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला को महाराष्ट्र का पुलिस महानिदेशक (DGP) नियुक्त किया गया है। यह नियुक्ति ऐसे समय हुई है जब कांग्रेस ने उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। महाराष्ट्र कांग्रेस ने उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से मुलाकात कर आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने का आरोप लगाया। साथ ही, चुनाव आयोग से आईपीएस अधिकारी रश्मि शुक्ला के खिलाफ तुरंत कार्रवाई करने की मांग की थी। कांग्रेस प्रवक्ता अतुल लोंढे ने सोमवार को चुनाव आयोग से मांग रखी कि वह उल्लंघन का गंभीरता से संज्ञान ले और शुक्ला के खिलाफ तत्काल कार्रवाई शुरू करे।
अतुल लोंढे ने दावा किया कि रश्मि शुक्ला ने राज्य के गृह मंत्री फडणवीस से उस समय मुलाकात की, जब आदर्श आचार संहिता लागू थी। आरोप है कि शुक्ला ने 23 नवंबर की शाम को फडणवीस से उनके आधिकारिक आवास पर मुलाकात की थी, जिस दिन मतों की गिनती हो रही थी। इस महीने की शुरुआत में, निर्वाचन आयोग ने कांग्रेस समेत अन्य राजनीतिक दलों की शिकायतों के बाद महाराष्ट्र सरकार को पुलिस महानिदेशक रश्मि शुक्ला का तत्काल प्रभाव से तबादला करने का निर्देश दिया था। निर्वाचन आयोग ने महाराष्ट्र के मुख्य सचिव को शुक्ला का प्रभार कैडर के अगले सबसे सीनियर आईपीएस अधिकारी को सौंपने का निर्देश दिया था।
कांग्रेस प्रवक्ता ने कहा, ‘रश्मि शुक्ला ने राज्य के गृह मंत्री से तब मुलाकात की जब आचार संहिता लागू थी, जो स्पष्ट रूप से इसका उल्लंघन है। निर्वाचन आयोग को इस पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए और उनके खिलाफ तुरंत कार्रवाई करनी चाहिए।’ उन्होंने तेलंगाना में इसी तरह की एक घटना का हवाला दिया, जहां एक डीजीपी और एक वरिष्ठ अधिकारी ने चुनाव के दौरान मंत्री से मुलाकात की थी। इसे लेकर चुनाव आयोग ने उनके खिलाफ तुरंत कार्रवाई की थी। शुक्ला के खिलाफ पिछले आरोपों का उल्लेख करते हुए लोंढे ने कहा, ‘रश्मि शुक्ला पर विपक्षी नेताओं के फोन टैप करने सहित कई गंभीर आरोप हैं। कांग्रेस ने चुनाव के दौरान उन्हें डीजीपी के पद से हटाने की मांग की थी और उन्हें हटा दिया गया था।’