डेस्क:नए साल में 1 फरवरी को देश का आम बजट पेश किया जाएगा। इस बार बजट में सरकार मिडिल क्लास को बड़ा तोहफा दे सकती है। दो सरकारी सूत्रों ने न्यूज एजेंसी रॉयटर्स को बताया कि बजट में प्रति वर्ष 15 लाख रुपये तक की कमाई करने वाले टैक्सपेयर्स के लिए आयकर में कटौती पर विचार किया जा रहा है। सरकार के इस कदम से लाखों टैक्सपेयर्स को फायदा हो सकता है। खासकर महानगरों में रहने वाले टैक्सपेयर्स को राहत मिल सकेगी। आपको बता दें कि आयकर की पुरानी रिजीम में 10 लाख रुपये से ज्यादा सालाना कमाई पर 30 फीसदी टैक्स लगता है।
खुदरा विक्रेताओं के लिए भी मांग
इस बीच, रिटेलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आरएआई) ने आगामी आम बजट से पहले सरकार से खुदरा विक्रेताओं को आसान वित्तपोषण उपलब्ध कराने का आग्रह किया है। साथ ही आरएआई ने कारोबार को सुगम बनाने के लिए राष्ट्रीय खुदरा नीति में तेजी लाने का आह्वान भी किया। बता दें कि आरएआई ने कहा कि वित्त वर्ष 2025-26 के आम बजट में कम करों के रूप में लाभ या रियायतें देकर मांग पैदा करने और उपभोग को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए। इससे समग्र उपभोक्ता भावना को बढ़ावा मिलेगा और खुदरा क्षेत्र को लाभ होगा।
शनिवार के दिन पेश होगा आम बजट
वित्त वर्ष 2025-26 का आम बजट अगले साल की 1 फरवरी यानी शनिवार को संसद में पेश किया जाएगा। शनिवार होने के बावजूद दोनों प्रमुख शेयर बाजार कारोबार के लिए खुले रहेंगे। बीएसई और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई), दोनों शेयर बाजारों में सुबह 9.15 बजे से दोपहर 3.30 बजे तक सामान्य कामकाजी दिनों की तरह कारोबार होगा। बता दें कि इसके पहले एक फरवरी, 2020 और 28 फरवरी, 2015 को भी बाजार शनिवार होने के बावजूद बजट के दिन कारोबार के लिए खुले हुए थे।
जीडीपी के 6.5% रहने की उम्मीद
इस बीच, केंद्र सरकार ने गुरुवार को कहा कि वित्तीय वर्ष 2024/25 में भारत की विकास दर यानी जीडीपी लगभग 6.5% रहने की उम्मीद है। यह पहले के 6.5%-7% अनुमान के लोअर बैंड के बराबर है। नवंबर के लिए वित्त मंत्रालय की मासिक आर्थिक रिपोर्ट के मुताबिक अक्टूबर से दिसंबर तक के ग्रोथ का आउटलुक सही है। बता दें कि मैन्युफैक्चरिंग और कंज्यूमर डिमांड में कमजोर विस्तार के कारण जुलाई से सितंबर तिमाही के दौरान भारत की आर्थिक वृद्धि काफी धीमी थी।