30 मई को शनि जयंती है।शनि जयंती यानी शनिदेव का जन्म दिवस। ज्येष्ठ कृष्ठ अमावस्या को शनिदेव का जन्म हुआ था। इस दिन किए गए उपाय शनि साढ़ेसाती और शनि ढ़ैया वाली राशियों के लिए बहुत ही खास माने जाते हैं। इस साल शनि कुंभ राशि में बैठे हैं, इसलिए शनि के इस परिवर्तन से कई राशियों की साढ़ेसाती समाप्त हुई है और कई राशियों की साढ़ेसाती शुरू हुई है, जिन राशियों पर शनि की साढ़ेसाती शुरू हुई है, उन्हें शनि जयंती के दिन कुछ उपाय कर लेने चाहिए:
शनि जंयति के दिन ”ॐ शं शनैश्चराय नम:”
ओम निलांजन समाभासम रविपुत्रम यमाग्रजंम। छायामार्तंड संभूतम तमः नमामि शनेश्चरम।। मंत्र का जाप कर करना बहुत उत्तम होता है।
शनि चालीसा का पाठ भी शनि जयंती पर बहुत ही फलदायी माना जाता है। ऐसा कहा जाता है कि शनि जयंती पर शनिदेव चालीसा के पाठ से प्रसन्न होते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार शनि देव उन लोगों से प्रसन्न रहते हैं जो दान- पुण्य करते हैं। दान करने से कई गुना फल की प्राप्ति होती है।
शनि की महादशा वाले लोगों को भी हमेशा गरीबों की मदद करनी चाहिए, किसी को बेवजह परेशान नहीं करना चाहिए। सभी की भलाई के कार्य करने चाहिए।